रांची : 129 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया राहत के लिए 124 करोड़ रुपये मिलेंगे

रांची : कैबिनेट ने राज्य के 18 जिलों के 129 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित करने का फैसला किया. इनमें से 93 प्रखंड गंभीर रूप से और 36 प्रखंड सामान्य रूप से प्रभावित हैं. कैबिनेट ने खूंटी, गुमला, हजारीबाग और सिमडेगा में कुछ अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण कर कृषि विभाग को प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2018 7:10 AM
रांची : कैबिनेट ने राज्य के 18 जिलों के 129 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित करने का फैसला किया. इनमें से 93 प्रखंड गंभीर रूप से और 36 प्रखंड सामान्य रूप से प्रभावित हैं. कैबिनेट ने खूंटी, गुमला, हजारीबाग और सिमडेगा में कुछ अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण कर कृषि विभाग को प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया.
इन जिलों के सूखाड़ घोषित प्रखंडों के अलावा दूसरे प्रखंडों से भी फसल बर्बाद होने की सूचना सरकार को मिली. इधर, मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई कार्यकारिणी समिति की बैठक में सूखाड़ राहत के लिए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को 100 करोड़ रुपये देने और सभी जिलों के उपायुक्तों को एक-एक करोड़ रुपये देने का फैसला किया गया. राहत कार्यों से संबंधित विशेष दिशा निर्देश बाद में जारी किया जायेगा.
रेल मंत्रालय के साथ हुए एमओयू का 2020 तक विस्तार : कैबिनेट ने राज्य की रेल परियोजनाओं के लिए रेल मंत्रालय के साथ हुए एमओयू को 2020 तक विस्तारित करने का फैसला किया. साथ ही तृतीय पुनरीक्षण के बाद इन रेल परियोजनाओं की कुल लागत 6505 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति दी.
इस राशि में से चालू वित्तीय वर्ष के दौरान 114 करोड़ रुपये खर्च पर सहमति दी गयी. राज्य सरकार और रेल मंत्रालय के बीच 19 फरवरी 2002 को राज्य की छह नयी रेल परियोजनाओं के लिए एमओयू हुआ था.
एमओयू की अवधि मार्च 2017 में समाप्त हो गयी थी. प्रारंभिक दौर में इन रेल परियोजनाओं की कुल लागत 1957 करोड़ रुपये थी. निर्धारित समय में प्रोजेक्ट पूरा नहीं करने की वजह से तृतीय पुनरीक्षण के बाद परियोजना की लागत बढ़ कर 6505 करोड़ हो गयी. इन छह रेल परियोजनाओं में से देवघर-दुमका, दुमका-रामपुरहाट और रांची-टोरी रेललाइन का काम पूरा किया जा चुका है. शेष परियोजनाओं में से कोडरमा-रांची रेल परियोजना का काम 2019-20 के बीच पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. कोडरमा-गिरिडीह और देवघर दुमका परियोजना को मार्च 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य है.
कैबिनेट के फैसले. सूखाग्रस्त प्रखंडों के नाम
जिला व प्रखंड
रांची : इटकी, अनगड़ा, तमाड़
खूंटी : कर्रा
लोहरदगा : भंडरा, किस्को
गढ़वा : सभी 20 प्रखंड
पलामू : सभी 21 प्रखंड
लातेहार : गारू
रामगढ़ : गोला
चतरा : चतरा, कान्हाचट्टी, लावालौंग, पत्थलगढ़ा, हंटरगंज, इंटखोरी, मयूरहंज, प्रतापपुर, कुंदा
कोडरमा : सभी छह प्रखंड | पेज 17 भी देखें
18 जिलों के सूखाग्रस्त प्रखंडों के नाम
गिरिडीह : बगोदर, सरिया, डुमरी, पीरटांड़, तिसरी, गावां
धनबाद : टुंडी
बोकारो : सभी नौ प्रखंड
दुमका : सभी 10 प्रखंड
देवघर : सभी 10 प्रखंड
जामताड़ा : सभी छह प्रखंड
गोड्डा : सभी नौ प्रखंड
साहेबगंज : सभी नौ प्रखंड
पाकुड़ : पाकुड़, हिरणपुर, अमरापाड़ा, महेशपुर व पकुड़िया

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