रांची : निगम के आदेश पर किया काम अब पैसे के लिए लगा रहे हैं दौड़

रांची : रांची नगर निगम व एसेल इंफ्रा के आदेश पर आशा बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड ने हरमू रोड, मधुकम व रामगढ़ ट्रेकर स्टैंड में मिनी कचरा ट्रांसफर स्टेशन का निर्माण किया. आज इन सभी ट्रांसफर स्टेशनों में प्रतिदिन कूड़ा जमा किया जा रहा है व यहां से उसे एकत्र कर कॉम्पैक्टर के माध्यम से झिरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2018 5:28 AM
रांची : रांची नगर निगम व एसेल इंफ्रा के आदेश पर आशा बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड ने हरमू रोड, मधुकम व रामगढ़ ट्रेकर स्टैंड में मिनी कचरा ट्रांसफर स्टेशन का निर्माण किया. आज इन सभी ट्रांसफर स्टेशनों में प्रतिदिन कूड़ा जमा किया जा रहा है व यहां से उसे एकत्र कर कॉम्पैक्टर के माध्यम से झिरी में डंप किया जा रहा है. लेकिन इन मिनी कचरा ट्रांसफर स्टेशन का निर्माण करनेवाली एजेंसी काे अब तक उसके बकाया पैसा का भुगतान नहीं किया गया है.
कंपनी के प्रोपराइटर निर्मल कुमार सिंह ने इस संबंध में नगर आयुक्त मनोज कुमार को पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से श्री सिंह ने कहा है कि इन कचरा ट्रांसफर स्टेशनों के निर्माण में 82 लाख की राशि खर्च हुई, लेकिन इसके एवज में हमें केवल 10 लाख रुपये का भुगतान हुआ है.
बाकी के पैसे के भुगतान के लिए हम निगम का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अब तक हमें हमारा बकाया नहीं मिला है. नगर निगम ने अन्य कंपनी को हाल में चार करोड़ से अधिक की राशि का भुगतान किया है, लेकिन हमारे बकाया का भुगतान नहीं किया है.
साईं बाबा इंटरप्राइजेज के भी 28 लाख बकाया : एसेल इंफ्रा द्वारा झिरी स्थित डंपिंग यार्ड में कूड़े को व्यवस्थित करने के लिए साईं बाबा इंटरप्राइजेज के पोकलेन को किराये पर लिया गया है. लेकिन इस कंपनी को भी कई साल से उसके बकाये का भुगतान नहीं किया गया है.
कंपनी के ऑनर केदार पासवान ने नगर आयुक्त को पत्र लिख कर मांग की है कि वे बकाया भुगतान के लिए एसेल इंफ्रा कोे निर्देशित करें, क्योंकि कंपनी वाले उनका फोन ही नहीं उठाते हैं. कार्यालय जाने पर केवल टाल-मटोल किया जाता है. यदि हम पोकलेन चलाना बंद कर देते हैं, तो कहा जाता है कि अगर ऐसा किया, तो बकाया राशि का भुगतान नहीं किया जायेगा. इसलिए हमारी आपसे मांग है कि हमारी बकाया राशि का भुगतान जल्द से जल्द करवाया जाये.
दोनों ही हमारे वेंडर हैं. हमारे आदेश पर उन्होंने काम किया है. दोनों ही कंपनी को हर माह कुछ न कुछ भुगतान किया जाता है. हमारी कोशिश है कि बहुत जल्द हम उनके बकाया का भुगतान कर दें. चंद्रशेखर पांडेय, साइट हेड आरएमएसडब्ल्यू

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