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रांची : गिरफ्तार पारा शिक्षक संघ के नेताओं को भेजा जेल
रांची : स्थापना दिवस पर हंगामा करने के आरोप में गिरफ्तार पारा शिक्षक संघ के नेता बजरंग प्रसाद को लालपुर पुलिस ने शनिवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. मालूम हो कि घटना के बाद बजरंग छत्तीसगढ़ भाग गया था. रांची पुलिस ने उसे छत्तीसगढ़ के राजनाथगंज […]
रांची : स्थापना दिवस पर हंगामा करने के आरोप में गिरफ्तार पारा शिक्षक संघ के नेता बजरंग प्रसाद को लालपुर पुलिस ने शनिवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. मालूम हो कि घटना के बाद बजरंग छत्तीसगढ़ भाग गया था. रांची पुलिस ने उसे छत्तीसगढ़ के राजनाथगंज से गिरफ्तार किया था़ हालांकि वह रांची गुमला रोड के बेड़ो का रहनेवाला है़
जानकारी के मुताबिक बजरंग के खिलाफ 15 नवंबर को लालपुर थाना में नामकुम सीओ सह तत्कालीन मजिस्ट्रेट मनोज कुमार की शिकायत पर केस दर्ज हुआ था. प्राथमिकी में आरोप था कि राज्य स्थापना दिवस पर पारा शिक्षक अपनी मांगों के पूरा नहीं पर मोरहाबादी मैदान पहुंचे थे. यहां स्थापना दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया था.
पारा शिक्षक एकीकृत संघर्ष मोर्चा के बैनर तले समारोह में बाधा उत्पन्न करने के लिए विभिन्न जिलों से हजारों पारा शिक्षक रांची पहुंचे थे. इनका नेतृत्व अध्यक्ष संजय दुबे, प्रदेश महासचिव विक्रांत ज्योति, संयोजक बजरंग प्रसाद, मनोज यादव संरक्षक, प्रमोद कुमार उपाध्यक्ष, ऋषिकेश पाठक एवं अन्य कर रहे थे.
कार्यक्रम में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मंत्री, प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अधिकारी मौजूद थे. दोपहर सवा दो बजे जैसे ही मुख्यमंत्री का भाषण शुरू हुआ, वैसे ही दर्शकों के लिए बने पंडाल में उत्तरी ओर से कई लोग अपनी कुर्सी से उठ गये. इस बीच मुख्यमंत्री के भाषण में बाधा डालने के लिए संजय दुबे, विक्रांत ज्योति, बजरंग प्रसाद, मनोज यादव, प्रमोद कुमार, ऋषिकेश पाठक एवं अन्य नारेबाजी करने लगे. उन्हीं में से कुछ लोग अपने- अपने बैग में छिपा कर रखे काला कपड़ा निकाल कर दिखाने लगे. साथ ही कुर्सी उठाकर फेंकने एवं तोड़ने लगे थे.
पारा शिक्षकों पर पुलिस से धक्का-मुक्की करने व गाली देने का आरोप
दूसरी तरफ, लोअर बाजार पुलिस ने पारा शिक्षक के गिरफ्तार छह नेताओं को शनिवार को न्यायालय में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया. जेल जानेवालों में पतरातू निवासी विकास यादव, पलामू निवासी प्रद्मुन उर्फ सिंटू सिंह, दुमका निवासी मोहन कुमार मंडल, बरही निवासी संजय कुमार दुबे, रातू के तिलता निवासी ऋषिकेश पाठक और ठाकुरगांव निवासी प्रमोद कुमार महतो शामिल हैं. सभी के खिलाफ लोअर बाजार थाना में लोअर बाजार थाना के दारोगा विनय कुमार यादव की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. नेताओं पर पुलिस बल के साथ धक्का-मुक्की और गाली-गलौज करने का आरोप है.
प्राथमिकी में नेताओं पर क्या है आरोप
प्राथमिकी के अनुसार दारोगा शुक्रवार की शाम गश्त पर थे. इसी बीच उन्हें सूचना मिली कि पारा शिक्षक अष्टम मंडल समिति के सदस्य चडरी स्थित आनंद होटल में बैठक कर रहे हैं. बैठक में वे मुख्यमंत्री सहित सत्ता पक्ष के अन्य मंत्री और विधायक के आवास घेराव की तैयारी कर रहे थे. जब दारोगा ने पुलिस बल के साथ होटल पहुंच कर कमरे की तलाशी ली, तब सभी लोग वहां अापस में बात कर रहे थे. सभी पुलिस को देखते ही वहां से भागने लगे.
इसके बाद पुलिस बल ने सभी को खदेड़ कर पकड़ने की कोशिश की. इस दौरान उनलोगों ने पुलिस बल के साथ धक्का-मुक्की की और गाली-गलौज करने लगे. इसके बाद सभी लोगों को पकड़ कर उनका नाम और पता पूछा गया. पूछताछ में सभी ने यह स्वीकार किया कि वे ज्यादा से ज्यादा संख्या में पारा शिक्षकों को लेकर सत्ता पक्ष के मंत्री और विधायक के आवास के घेराव की योजना तैयार कर रहे थे.
दारोगा ने प्राथमिकी में सभी के खिलाफ भादवि की धारा 143, 341, 323, 504 और 353 अर्थात सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप लगाया है. मामले में पारा शिक्षक के नेताओं पर राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर सरकार के विरोध में नारेबाजी करने सहित अन्य आरोप को लेकर केस दर्ज है. केस नामकुम सीओ सह तत्कालीन मजिस्ट्रेट मनोज कुमार की शिकायत पर दर्ज किया गया था. लालपुर पुलिस उक्त केस में पारा शिक्षक के नेताओं को रिमांड पर भी ले सकती है.
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