रांची : ठगी का पैसा देना नहीं पड़े, इसलिए झूठे केस में फंसाया
सीसीएल के सीएमडी से रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तार बैजनाथ को पुलिस ने भेजा जेल, पूछताछ में कहा रांची : सीसीएल के सीएमडी को मेल भेज कर पांच लाख रुपये रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार बैजनाथ गंझू को रविवार को साइबर थाना की पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. वह मूल […]
सीसीएल के सीएमडी से रंगदारी मांगने के मामले में गिरफ्तार बैजनाथ को पुलिस ने भेजा जेल, पूछताछ में कहा
रांची : सीसीएल के सीएमडी को मेल भेज कर पांच लाख रुपये रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार बैजनाथ गंझू को रविवार को साइबर थाना की पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. वह मूल रूप से गिद्दी सी थाना गिद्दी जिला हजारीबाग का रहने वाला है.
लेकिन वर्तमान में हटिया पटेल नगर में रहता था. पुलिस ने उसके पास से मेल भेजने से संबंधित तीन पन्नों का स्क्रीन शॉट, दो मोबाइल फोन सहित अन्य सामान बरामद किया है. मामले में साइबर थाना में 23 नवंबर को केस दर्ज हुआ था. केस के अनुसंधान के लिए सीआइडी एसपी सुनील भास्कर और एसएसपी रांची अनीश गुप्ता ने साइबर थाना प्रभारी सुमित प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया था.
जांच में क्या पता चला
अनुसंधान के दौरान सबसे पहले मेल आइडी और रंगदारी देने के लिए संपर्क के रूप में दिये गये दो मोबाइल नंबर का सत्यापन किया गया.
सत्यापन के दौरान पाया गया कि मेल आइडी इंदर सिंह का है, जिसे बैजनाथ गंझू द्वारा प्रयोग किया जा रहा था. जबकि एक मोबाइल नंबर रनिया निवासी हरि सिंह और दूसर मोबाइल नंबर नामकुम के तुंजू गांव निवासी नारायण गंझू का है. इसके बाद पुलिस ने सबसे पहले दोनों मोबाइल नंबर धारक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया.
दोनों ने खुद को निर्देश बताया. इसके बाद पुलिस को जांच में पता चला कि बैजनाथ गंझू एचइसी में नौकरी लगाने के नाम पर हरि सिंह से 17 हजार और नारायण से 16 हजार रुपये ले चुका है. इसके अलावा जिस युवक इंदर सिंह के मेल आइडी का प्रयोग उसने रंगदारी के लिए किया था. उसे नौकरी दिलाने के पर 17 हजार रुपये ले चुका है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार बैजनाथ ने यह भी बताया कि वह खुद को एचइसी का कर्मी बताता था. वह एचइसी में नौकरी दिलाने के नाम पर अन्य युवक फलिंदर सिंह से 22 हजार, मनोज कुमार से 22 हजार, मलावती देवी से 10 हजार और राजकुमार से भी पैसे ले चुका है.
लेकिन वह किसी को नौकरी नहीं दिला पाया. इसके बाद इंदर सिंह, हरि सिंह और नारायण ने उस पर पैसा लौटाने का दबाव बनाया. रुपये नहीं लौटाने पर जब बैजनाथ को उग्रवादियों से पिटवाने की धमकी दी गयी.
तब बैजनाथ ने तीनों युवकों को झूठे केस में फंसाने की योजना तैयार की, ताकि उन्हें रुपये वापस नहीं करना पड़े. इसी योजना के तहत उसने दोनों युवक के मोबाइल नंबर और इंदर सिंह के मेल आइडी से सीसीएल सीएमडी को मेल भेज कर पांच लाख रंगदारी मांगी, ताकि तीनों रंगदारी के झूठे केस में जेल चले जायें.