रांची : 22 नवंबर की रात ड्यूटी से नदारद थीं नर्सें, नहीं रखा अपना पक्ष, निलंबन की तैयारी
रांची : रिम्स के मेडिसिन और सर्जरी विभाग के वार्ड में 22 नवंबर की रात तैनात नर्सें अपनी ड्यूटी से नदारद थीं. नर्सों की इस लापरवाही पर रिम्स प्रबंधन सख्त है. प्रबंधन ने इन नर्सों को अपना पक्ष रखने के लिए 48 घंटे का समय दिया था. सोमवार शाम यह अवधि पूरी हो गयी, लेकिन […]
रांची : रिम्स के मेडिसिन और सर्जरी विभाग के वार्ड में 22 नवंबर की रात तैनात नर्सें अपनी ड्यूटी से नदारद थीं. नर्सों की इस लापरवाही पर रिम्स प्रबंधन सख्त है. प्रबंधन ने इन नर्सों को अपना पक्ष रखने के लिए 48 घंटे का समय दिया था. सोमवार शाम यह अवधि पूरी हो गयी, लेकिन किसी नर्स ने अपना पक्ष नहीं रखा है. ऐसे में रिम्स प्रबंधन इन नर्सों के निलंबन की तैयारी कर रहा है.
इस संबंध में रिम्स के अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप ने कहा कि मेडिसिन विभाग के डॉ उमेश प्रसाद, डॉ एसके सिंह और डॉ बिंदे कुमार की यूनिट से नर्सें रात की ड्यूटी से नदारद थीं. मरीजों को परेशानी होने पर उनके परिजन ने फोन पर इसकी शिकायत की थी. वार्ड में मरीजों को छोड़कर गायब हो जाना गंभीर मामला है. स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य सचिव इस लापरवाही पर काफी गंभीर हैं. उन्होंने लापरवाही करने वाली नर्सों पर कार्रवाई का आदेश दिया है.
शव को वार्ड में छोड़ने वाली नर्सों ने भी नहीं रखा पक्ष : इधर, उपाधीक्षक डॉ संजय कुमार ने बताया कि वार्ड में शव को घंटों छाेड़ने वाली नर्सों ने भी अपना पक्ष नहीं रखा है. यह गंभीर मामला है. वह खुद निरीक्षण करने गये थे, जिसमें नर्स ड्यूटी से गायब थी. किसी तरह नर्स का इंतजाम किया गया. यह मामला गंभीर है, जिसपर अधीक्षक ने कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
नर्सों ने अब तक अपना पक्ष नहीं रखा है. ऐसा लगता है कि वे जानबूझ कर ड्यूटी से नदारद थीं. उन्हें मामले की गंभीरता का तनिक भी आभास नहीं है. रिम्स प्रबंधन जल्द ही विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर देगा.
डॉ विवेक कश्यप, अधीक्षक, रिम्स