मनरेगा कर्मचारियों का आंदोलन, 16वें दिन भी हड़ताल जारी, मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन
रांची : राज्य के मनरेगा कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल 16वें दिन भी जारी रही. मनरेगाकर्मी अपनी मांगों को लेकर राजभवन के समक्ष धरना दे रहे हैं. शनिवार को धरना को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सरकार जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं करेगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. धरना में रांची जिले […]
रांची : राज्य के मनरेगा कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल 16वें दिन भी जारी रही. मनरेगाकर्मी अपनी मांगों को लेकर राजभवन के समक्ष धरना दे रहे हैं. शनिवार को धरना को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सरकार जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं करेगी, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. धरना में रांची जिले के सभी प्रखंडों के मनरेगाकर्मी, ग्राम रोजगार सेवक, कंप्यूटर सहायक, लेखा सहायक, कनीय अभियंता और प्रखंड कार्यक्रम समन्वयक शामिल हुए.
वक्ताओं ने कहा कि हड़ताल के कारण सभी जिले में मनरेगा का काम ठप हो गया है. हड़ताल के पूर्व पूरे राज्य में तीन से चार लाख मानव दिवस प्रतिदिन सृजित किया जाता था जो अभी मात्र 25- 30 हजार है. जबकि पहले रांची जिले में ही इतने मानव दिवस सृजित होते थे. धरना में संजय प्रमाणिक, मो इम्तियाज, वीरेंद्र सिंह भोक्ता, जॉन पीटर बागे, महेश सोरेन, सुमन प्रताप गांगुली, नवीन कुमार के अलावा अन्य कर्मचारी मौजूद थे.
क्या हैं मुख्य मांगें
उच्चतम न्यायालय व उच्च न्यायालय के आदेशानुसार सेवा स्थायीकरण व समायोजन करते हुए मनरेगा कर्मचारियों को समस्त सुविधा प्रदान की जाये. समान कार्य का समान वेतन लागू करने अथवा श्रम कानून न्यूनतम वेतन अधिनियम व संविधान की समता के अनुसार वित्त विभाग की संकल्प संख्या 1965 दिनांक 2 जून 2017 के आलोक में न्यूनतम 26300 रुपये मासिक मानदेय दी जाये.
मनरेगा मजदूरों को बाजार दर के अनुसार मजदूरी देने, श्रम सामग्री मद में आवंटन सुनिश्चित करने व कई माह से लंबित अनियमित आवंटन को अद्यतन किया जाये.