खुलासा : नक्सलियों के निशाने पर हैं भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव
रांची : भाजपा के वरीय नेता सह प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव नक्सलियों और उग्रवादियों के निशाने पर हैं. इस बात का खुलासा विशेष शाखा के अधिकारियों द्वारा हाल ही में तैयार रिपोर्ट से हुआ है. विशेष शाखा की ओर से सुरक्षा के दृष्टिकोण से रिपोर्ट रांची एसएसपी और लातेहार एसपी के पास भी भेजी गयी […]
रांची : भाजपा के वरीय नेता सह प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव नक्सलियों और उग्रवादियों के निशाने पर हैं. इस बात का खुलासा विशेष शाखा के अधिकारियों द्वारा हाल ही में तैयार रिपोर्ट से हुआ है. विशेष शाखा की ओर से सुरक्षा के दृष्टिकोण से रिपोर्ट रांची एसएसपी और लातेहार एसपी के पास भी भेजी गयी है.
रिपोर्ट के अनुसार, लातेहार के चंदवा थाना स्थित रौल गांव निवासी प्रतुल शाहदेव वर्तमान में हरमू हाउसिंग कॉलोनी में रहते हैं. वह नक्सली संगठन के मुख्य निशाने पर हैं. माओवादियों ने पूर्व में उनके पूरे परिवार के साथ उन्हें गांव से विस्थापित कर दिया गया था. वे कार्यक्रम में अक्सर भाग लेने के लिए लातेहार आते-जाते रहते हैं. नक्सलियों द्वारा उनके खिलाफ कभी भी हिंसात्मक कार्रवाई की जा सकती है, इसलिए भविष्य में लातेहार जिला में भ्रमण के दौरान विशेष सुरक्षा के साथ सतर्कता बरती जाये.
उग्रवादी संगठनों के खिलाफ देते रहे हैं बयान : विशेष शाखा की एक और रिपोर्ट के अनुसार, दुर्गा पूजा के अवसर पर प्रतुल शाहदेव 15 अक्तूबर से लेकर 20 अक्तूबर तक अपने गांव में थे.
इस दौरान उन्होंने विभिन्न स्थानों पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया. पूर्व में प्रतुल शाहदेव के बारे में स्पेशल ब्रांच को ऐसी जानकारी मिली थी कि उनके गांव में रहने के दौरान भाकपा माओवादी और उग्रवादियों द्वारा उनकी दिनचर्या के संबंध में जानकारी एकत्र की जा रही थी, क्योंकि वह माओवादी सहित अन्य उग्रवादी संगठन के खिलाफ बयान देते हैं. प्रतुल शाहदेव के साथ वर्तमान में दो सरकारी अंगरक्षक रहते हैं. खतरे को देखते हुए उन्हें उचित सुरक्षा प्रदान की जाये.
सरकार का पक्ष रखना भी बना हुआ है वजह
रिपोर्ट में इस बात भी उल्लेख है कि प्रवक्ता होने के कारण प्रतुल शाहदेव को पत्थलगड़ी, चर्च, सीएनटी और एसपीटी एवं प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआइ और भाकपा माओवादी के संबंध में सरकार का पक्ष रखना पड़ता है.
इस कारण भी कई संगठन के लोग उनसे नाराज चल रहे हैं. उनका गांव भी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र है, जहां वे बराबर आते-जाते रहते हैं. पूर्व में एमसीसी द्वारा उनके चचेरे भाई लाल संत नाथ शाहदेव की बालूमाथ में हत्या भी कर दी गयी थी, इसलिए प्रतुल शाहदेव के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जायें.