jharkhand@18 : इस कड़ी में पढ़ें, कैसे सौर ऊर्जा के इस्तेमाल से बदल सकती है गांव की तस्वीर

झारखंड स्थापना के 18 साल पूरे हो गये. हम युवा झारखंड की कुछ कहानियां लेकर आपके सामने आये हैं. इन कहानियों से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि युवा झारखंड किस दिशा में आगे बढ़ रहा है.साथ ही हम कोशिश कर रहे है बदल रही तकनीक के इस दौर में कैसे गांवों को जोड़कर रखा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2018 11:36 AM

झारखंड स्थापना के 18 साल पूरे हो गये. हम युवा झारखंड की कुछ कहानियां लेकर आपके सामने आये हैं. इन कहानियों से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि युवा झारखंड किस दिशा में आगे बढ़ रहा है.साथ ही हम कोशिश कर रहे है बदल रही तकनीक के इस दौर में कैसे गांवों को जोड़कर रखा जा सकता है. झारखंड स्थापना दिवस पर शुरू हुई सीरीज की यह 17 वीं कड़ी है. इस कड़ी में पढ़ें कैसे सौर ऊर्जा के इस्तेमाल से गांव की तस्वीर बदली जा सकती है.

सौर ऊर्जा की उपयोगिता को लेकर आम धारणा सोलर लाइट तक सीमित है. हकीकत ये है कि इसका विस्तृत दायरा है. शिक्षा, कृषि, पेयजल, आजीविका और स्वास्थ्य समेत कई अन्य क्षेत्रों में इसका महत्वपूर्ण योगदान है. एआइआइएलएसजी के इनोवेयर के मिशन डायरेक्टर राजीव कुमार कहते हैं कि गांवों की तस्वीर बदलने में सौर ऊर्जा की अहम भूमिका है. इससे न सिर्फ सुदूरवर्ती गांव रात में जगमग हैं, बल्कि सिंचाई कार्यों में भी किसानों को काफी राहत मिल रही है. इससे ग्रामीणों की जिंदगी बदल सकती है.
सौर ऊर्जा से स्मार्ट क्लास रूम की सुविधा
ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी आबादी निरक्षर रह जाती है. इसकी वजह उनमें प्रतिभा का अभाव नहीं है, बल्कि शिक्षा की मूलभूत जरूरतों की अनुपलब्धता है. सौर ऊर्जा के माध्यम से शहरों की तरह गांवों को बिजली उपलब्ध करायी जा सकती है. सौर ऊर्जा चालित डिजिटल क्लास रूम का संचालन किया जा सकता है. इससे शिक्षा में बदलाव आ सकता है.
मिलेंगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं नदारद रहती हैं. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की लचर व्यवस्था के कारण लोग जिंदगी और मौत से जूझते रहते हैं. ऐसे में सौर ऊर्जा के उपयोग से मिली सुविधाओं के कारण न केवल शिशु मृत्यु दर में कमी आयेगी, बल्कि प्रसूताएं, महिलाएं, बुजुर्ग एवं पुरुषों का त्वरित इलाज कर उन्हें अच्छी चिकित्सा सुविधा दी जा सकती है.
कृषि एवं आजीविका में है अहम भूमिका
गांव में सौर ऊर्जा होने पर न सिर्फ किसान सोलर पंप से सिंचाई कार्य कम खर्च में कर रहे हैं, बल्कि स्वरोजगार की दिशा में भी यह काफी कारगर है. इसके जरिए स्वावलंबी बना जा सकता है.
सौर ऊर्जा से कई समस्याओं का समाधान
गांवों में सौर ऊर्जा की सुविधा किसी वरदान से कम नहीं है. इससे शुद्ध पेयजल, दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल चलाने में मदद, ग्रामीण स्कूलों में बच्चों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने में मददगार और वैक्सिन रेफ्रिजेरेशन समेत कई सुविधाएं मिल सकती हैं. इससे कई ग्रामीण समस्याओं का समाधान संभव है.

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