Loading election data...

रांची : धनबाद में बड़े पैमाने पर कोयले का होता है अवैध कारोबार, सीआइडी की जांच में हुआ खुलासा, एडीजी ने पुलिस मुख्यालय भेजी रिपोर्ट

प्रणव, रांची : धनबाद में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से कोयले का उत्खन्न और चोरी होती है. सीआइडी की जांच में इसका खुलासा हुआ है. इसमें बीसीसीएल के विभिन्न कोलियरी क्षेत्रों में कार्यरत कुछ कोयला अधिकारियों की संलिप्तता भी सामने आयी है. पूरे प्रकरण में बीसीसीएल और प्रतिनियुक्त सीआइएसएफ की मिलीभगत होने की बात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2018 11:35 PM
प्रणव, रांची : धनबाद में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से कोयले का उत्खन्न और चोरी होती है. सीआइडी की जांच में इसका खुलासा हुआ है. इसमें बीसीसीएल के विभिन्न कोलियरी क्षेत्रों में कार्यरत कुछ कोयला अधिकारियों की संलिप्तता भी सामने आयी है. पूरे प्रकरण में बीसीसीएल और प्रतिनियुक्त सीआइएसएफ की मिलीभगत होने की बात भी कही गयी है.
वहीं बीसीसीएल और सीआइएसएफ द्वारा कोयला चोरी रोकने की कार्रवाई को नाकाफी बताया गया है. साथ ही कोयले की चोरी रोकने के लिए मजिस्ट्रेट और पुलिस का मिला-जुला टास्क फोर्स बनाये जाने की आवश्यकता भी सीआइडी ने अपनी रिपोर्ट में बतायी है.
मामले में सीआइडी एडीजी अजय कुमार सिंह ने पुलिस मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दी है. रिपोर्ट में किन-किन थाना क्षेत्रों में कहां पर अवैध काेयले का कारोबार होता है और इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसका भी खुलासा किया गया है.
प्रभात खबर में छह और 19 जुलाई को प्रकाशित खबर के बाद मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी के निर्देश पर गृह विभाग के प्रधान सचिव एसकेजी रहाटे ने पुलिस मुख्यालय से मामले में रिपोर्ट मांगी थी. डीजीपी डीके पांडेय ने सीआइडी को जांच की जवाबदेही दी थी. इसके बाद सीआइडी एडीजी अजय कुमार सिंह ने आइजी संगठित अपराध रंजीत कुमार प्रसाद को जांच का जिम्मा सौंपा था.
एसएसपी, डीएसपी और थानेदारों से पूछा जाये शो-कॉज % सीआइडी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि धनबाद में कोयले के अवैध उत्खन्न और अवैध व्यापार के संबंध में सीआइडी टीम धनबाद द्वारा सीआइडी मुख्यालय को पूर्व में कई रिपोर्ट भेजी गयी थी.
मामले में सीआइडी मुख्यालय ने जिले के एसएसपी से कार्रवाई प्रतिवेदन मांगा था, लेकिन वह नहीं दिया गया. इसको लेकर धनबाद के तत्कालीन एसएसपी मनोज रतन चोथे को शो-कॉज किया जा सकता है.
साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि कोयले के अवैध कारोबार वाले थानों जिनमें मुख्य रूप से निरसा, कालुबथान, झरिया, सुदामडीह, पाथरडीह, भौंरा थाना और रामकनाली ओपी से जुड़े पुलिस उपाधीक्षकों (डीएसपी) के साथ ही संबंधित थाना प्रभारियों से भी स्पष्टीकरण पूछा जाये.
कोयला चोरी के कितने मामले आये सामने
धनबाद में कोयला चोरी की बात करें, तो वर्ष 2016 में 142, 2017 में 113 और 2018 में जुलाई तक 56 मामले विभिन्न थाना क्षेत्रों में दर्ज किये गये हैं. जबकि 2016 में 4060 टन, 2017 में 1600 टन और 2018 में जुलाई तक 810 टन अवैध कोयला पकड़ा गया है.
धनबाद कोयला के अवैध कारोबार संबंधी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेज दी गयी है. आगे इसमें जो निर्देश मिलेगा, उस पर कार्रवाई की जायेगी.
-अजय कुमार सिंह, एडीजी, सीआइडी
इन थाना क्षेत्रों में होता है कोयले का अवैध कारोबार
निरसा थाना : फोटका, शामपुर, हाथबाड़ी, देवियाना प्रोजेक्ट-10, चापपुर-01 व 02, सिंहपुर, गलफरबाड़ी और शामपुर-2.
कालुबथान व पंचेत ओपी, बलियापुर व सिंदरी थाना: कालुबथान ओपी क्षेत्र के दामोदर नदी घाटों से नाव पर कोयला लोड कर नदी के उस पार पश्चिम बंगाल के रघुनाथपुर, चिलियामा के भट्ठों पर लगातार कोयला भेजा जाता है. घाटों पर स्कूटर, मोटरसाइकिल से निरसा, तिसरा, सिंदरी क्षेत्र में कोयला लोड कर गिराया जाता है.
कतरास थाना : चैतुडीह, हिलटॉप आउट सोर्सिंग, आकाश केनारी, बस्ती आउट सोर्सिंग व सेलेक्टर आउट सोर्सिंग.
भूली थाना : भूली बस्ती व उसके आसपास के क्षेत्रों से चोरी का कोयला बरबड्डा के सॉफ्ट कोक भट्ठा पर गिराया जाता है.
केंदुआडीह थाना : कुसुंडा व जोघर बस्ती में बीसीसीएल के अलग-अलग खदान.
बरबड्डा थाना : इस क्षेत्र में ईंट व सॉफ्ट कोल भट्ठा पर भूली, रामकनाली नगर क्षेत्रों में चोरी का कोयला पहुंचा जाता है.
झरिया, सुदामडीह, पाथरडीह व भौरा थाना : आउटसोर्सिंग व बंद पड़े खदानों से कोयले की चोरी.

Next Article

Exit mobile version