रांची : रिम्स परिसर से अतिक्रमण हटाया गया

तय समय से चार साल पहले ही कर ली गयी थी मोबाइल डेंटल वैन की खरीद रांची : रिम्स डेंटल कॉलेज के लिए उपकरणों की खरीद में हुई गड़बड़ी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे इसमें नयी कड़ियां जुड़ती जा रही हैं. अब तक डेंटल चेयर और मोबाइल डेंटल वैन की खरीद बाजार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2018 8:55 AM
तय समय से चार साल पहले ही कर ली गयी थी मोबाइल डेंटल वैन की खरीद
रांची : रिम्स डेंटल कॉलेज के लिए उपकरणों की खरीद में हुई गड़बड़ी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे इसमें नयी कड़ियां जुड़ती जा रही हैं. अब तक डेंटल चेयर और मोबाइल डेंटल वैन की खरीद बाजार दर से ऊंची कीमत किये जाने की बात हो रही थी. अब पता चला है कि मोबाइल डेंटल वैन की खरीद तय समय से चार साल पहले ही कर ली गयी है. इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही स्वास्थ्य विभाग और आरएचएम की टीम ने भी इस पर आपत्ति जतायी है.
जांच टीम ने अपनी पड़ताल में पाया कि नियमानुसार बीडीएस के विद्यार्थियों के तृतीय वर्ष में जाने पर वर्ष 2019 में मोबाइल डेंटल वैन की खरीद होनी थी.
जबकि, पर्चेज कमेटी ने यह खरीद वर्ष 2015 में ही कर ली. माना जा रहा है कि यह मोबाइल डेंटल वैन देश की सबसे महंगी वैन है. उस वक्त इसका बाजार मूल्य 40 लाख रुपये था, लेकिन इसे करीब डेढ़ करोड़ रुपये में खरीदा गया. वहीं, अन्य उपकरणों व सामान की खरीद के लिए भी बाजार दर से अधिक कीमत कोट किये गये. इधर, पर्चेज कमेटी के सदस्य कह रहे हैं कि उन्हें उपकरणों और सामान के कीमत की जानकारी नहीं है. वह मरीज का इलाज करते हैं. टेंडर में जो कंपनी या एजेंसी एलवन होती है, उसे आपूर्ति का आदेश दे दिया जाता है.
निदेशक ने मांगी मोबाइल डेंटल वैन के उपयोग की सूची
इस पूरे मामले को लेकर रिम्स के निदेशक डॉ दिनेश कुमार सिंह ने तल्ख टिप्पणी की है. उन्हाेंने कहा है कि रिम्स में उपकरण की खरीद में जितनी तत्परता दिखायी जाती है, उनके उपयोग में उतनी तत्परता कोई नहीं दिखाता है. निदेशक ने डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ पंकज गोयल से कहा है कि खरीद के बाद से मोबाइल डेंटल वैन का कितना उपयोग किया गया है, इसकी पूरी सूची प्रस्तुत करें.

Next Article

Exit mobile version