कोलेबिरा उपचुनाव को प्रभावित करने की कोशिश, बंधु की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन
रांची : पूर्व मंत्री और झाविमो महासचिव बंधु तिर्की की गिरफ्तारी के खिलाफ बुधवार को झाविमो नेता-कार्यकर्ता सड़क पर उतरे़ जयपाल सिंह स्टेडियम से अलबर्ट एक्का चौक तक जुलूस निकाला और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया़ सीबीआइ और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की़ मौके पर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका गया. झाविमो नेताओं ने कहा कि […]
रांची : पूर्व मंत्री और झाविमो महासचिव बंधु तिर्की की गिरफ्तारी के खिलाफ बुधवार को झाविमो नेता-कार्यकर्ता सड़क पर उतरे़ जयपाल सिंह स्टेडियम से अलबर्ट एक्का चौक तक जुलूस निकाला और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया़ सीबीआइ और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की़ मौके पर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका गया. झाविमो नेताओं ने कहा कि कोलेबिरा उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए सीबीआइ का दुरुपयोग किया गया है़
झापा प्रत्याशी मेनन एक्का को जिताने के लिए साजिश की गयी है़ केंद्रीय सचिव राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कि भाजपा पांच राज्यों में शर्मनाक हार से बौखला गयी है़ यह शुभ संकेत है़ बंधु तिर्की कोलेबिरा उपचुनाव में गठबंधन के साथी कांग्रेस के समर्थन में पिछले एक सप्ताह से कैम्प किये हुए थे़ इससे कांग्रेस प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित हो रही थी़ एेसे समय में भाजपा ने एक पुराने मामले में गिरफ्तार करवाया है़
ग्रामीण जिलाध्यक्ष प्रभुदयाल बड़ाइक ने कहा कि भाजपा की उल्टी गिनती शुरू हो गयी है़ इधर महिला मोर्चा की अध्यक्ष शोभा यादव ने कहा कि बंधु तिर्की की गिरफ्तारी लोकतंत्र की हत्या है़ रघुवर सरकार कोलेबिरा में हार मान चुकी है़ श्री तिर्की की गिरफ्तारी के खिलाफ जितेंद्र वर्मा, बल्कु उरांव, निर्मल पाहन, सूरज टोप्पो, शिवा कच्छप, संजय टोप्पो, सुरेस राणा, नदीम इकबाल, अनिता गाड़ी, मो अल्लाउद्दीन, राजेश लिंडा, दीपक कच्छप, रूपचंद केवट, भीम शर्मा, संदीप तिर्की, शमीम खान, राजू महतो सहित कई कार्यकर्ता शामिल हुए़
आवाज उठानेवालों को जेल भेज रही सरकार : शिवा : रांची. आदिवासी सेना के अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा है कि सरकार आदिवासियों के खिलाफ षड्यंत्र कर रही है़ आदिवासी हित में आवाज उठानेवालों को जेल भेज रही है़ यह सरकार आदिवासी विरोधी है़
उन्होंने कहा कि सरकार सिमडेगा चुनाव को प्रभावित करना चाहती है. इस चुनाव के लिए बंधु तिर्की सिमडेगा में चुनाव प्रचार कर रहे थे़, इसीलिए उन्हें षड्यंत्र के तहत जेल भेजा गया है़ उन्हें अविलंब रिहा किया जाये अथवा आदिवासी संगठन अांदोलन के लिए बाध्य होंगे़ उन्होंने कहा कि वह न्यायालय का सम्मान करते हैं. उन्हें इस पर विश्वास है़