रांची : डॉक्टर के चेंबर में मिला खून का धब्बा, आलमारी के नीचे मिले जैकेट से खुला राज, जानें
डॉक्टर के चेंबर में मिला खून का धब्बा, दिनभर रहा दहशत का माहौल रांची : रिम्स के त्वचा विभाग के डॉ डीके मिश्रा के चेंबर के में खून का धब्बा मिलने से गुरुवार को दिनभर दहशत का माहौल रहा. चेंबर के अंदर की दीवार पर एक साइड खून से लिखा था कि बरियातू-बूटी मोड़ हॉस्पिटल […]
डॉक्टर के चेंबर में मिला खून का धब्बा, दिनभर रहा दहशत का माहौल
रांची : रिम्स के त्वचा विभाग के डॉ डीके मिश्रा के चेंबर के में खून का धब्बा मिलने से गुरुवार को दिनभर दहशत का माहौल रहा. चेंबर के अंदर की दीवार पर एक साइड खून से लिखा था कि बरियातू-बूटी मोड़ हॉस्पिटल सेक्स का बाजार है. वहीं दूसरी ओर की दीवार पर भी कुछ अपशब्द लिखे थे.
इसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू की. जांच के क्रम में एफएसएल की टीम ने जब गिरी हुई आलमारी को उठाया, तो एक जैकेट मिला़ उस जैकेट मेें डॉ विद्यापति के वार्ड में भर्ती मरीज बिरसा उरांव से मिलने का गेट पास मिला.
इसके बाद पुलिस ने बिरसा उरांव के परिजनों से पूछताछ की, तो मामले का खुलासा हुआ. परिजनों ने बताया कि उक्त जैकेट संदीप उरांव का है. इसके बाद पुलिस ने विक्षिप्त युवक संदीप उरांव को नामकुम के बड़गावां से हिरासत में लिया. पूछताछ में संदीप ने इन बातों का खुलासा किया. संदीप को गले में चोट के कारण रिम्स में भर्ती कराया गया है. शुक्रवार को उसे रिनपास भेजा जायेगा.
अस्त-व्यस्त था कमरा, गिरी थी अालमारी : रिम्स के त्वचा विभाग के डॉ डीके मिश्रा के कमरे को सुबह 7:30 बजे जब सफाई के लिए खोला गया, तो पूरा कमरा अस्त-व्यस्त था. अालमारी गिरी हुई थी. टेबल के ऊपर कुर्सी रखी हुई थी. पंखे पर हरे रंग की चादर लटकी हुई थी, जिसे फंदा बना दिया गया था. पूरे कमरे में फर्श पर खून फैला हुआ था. दीवार पर टंगी तस्वीर का शीशा टूटा हुआ था. सफाई कर्मी ने कमरों की ऐसी स्थिति देख कर तत्काल इसकी सूचना नर्स को दी. अालमारी के नीचे फैला खून ज्यादा देर का नहीं लग रहा था़ जांच के दौरान एफएसएल की टीम ने खून का नमूना लिया. रिम्स के इतिहास में पहली बार हुई ऐसी घटना
रिम्स के इतिहास में इस तरह की यह पहली घटना है. एक सीनियर डॉक्टर ने बताया कि वह वर्ष 1976 से यहां हैं, लेकिन ऐसी घटना कभी नहीं सुनी है. नर्स या अन्य की हत्या रिम्स में सुनी थी, लेकिन चेंबर में ऐसा मामला पहली बार देखा है. वहीं एक अन्य सीनियर डॉक्टर ने यह भी कहा ऐसी घटना से रिम्स की छवि धूमिल होगी.
जांच में सीसीटीवी कैमरे से नहीं हुआ कोई फायदा
पुलिस सुबह नौ बजे के बाद उस कमरे में पहुंची. वरीय पुलिस अधिकारी भी वहां पहुंच गये थे. एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया. इसके बाद कमरे की छानबीन शुरू की गयी. इस दौरान वार्ड के प्रवेश द्वार को पूरी तरह बंद कर दिया गया था. किसी को अंदर आने की अनुमति नहीं थी.
मीडिया कर्मी भी बाहर ही थे. डॉक्टर, नर्स व वार्ड के कर्मचारी को अंदर आने दिया जा रहा था. जिस कमरे में यह घटना घटी थी, उसे बंद कर दिन भर जांच की गयी. एफएसएल की टीम ने खून का नमूना लेकर देखा कि यह खून ही है या फिर केमिकल़ जांच के बाद ज्यादा कुछ स्पष्ट नहीं होने पर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा की जांच की, लेकिन इससे कोई सुराग नहीं मिला.
बैकुंठ नामक मरीज के पास रहती थी चाबी
स्कीन विभाग के डॉ डीके मिश्रा की यूनिट में बैकुंठ नाम का एक मरीज वर्षों से रिम्स में रहता है. वह अपने कुष्ठ का इलाज कराता है. ज्यादा दिन से रहने के कारण वह नर्स व डॉक्टरों का करीबी हो गया है. वह मरीजों की सहायता भी करता है. नर्स के कमरा व डॉक्टर के चेंबर की चाबी भी वह रखता है. रात में चाबी रखने का जिम्मा उसी का है. बैकुंठ ने बताया कि बुधवार की रात 12 बजे के बाद उसके पास चाबी थी. वह चाबी अपनी जेब में रखकर सो गया था. सुबह सफाई के लिए आये कर्मी काे चाबी दी.
वार्ड में भर्ती मरीजों ने आधी रात को भारी वस्तु गिरने की सुनी थी आवाज
यूनिट में भर्ती मरीज व परिजनों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि बुधवार की आधी रात को किसी भारी वस्तु के गिरने की आवाज सुनी थी. एक परिजन ने बताया कि वह उठ कर कॉरिडोर जाना चाहा, लेकिन दोबारा आवाज नहीं आने पर सो गया. किसी के चीखने की अावाज नहीं सुनाई दी.
खिड़की के बाहर मिले आपत्तिजनक सामान
जांच कर रही एफएसएल की टीम को चेंबर की पिछली खिड़की के बाहर खाली कॉरिडोर के फर्श पर कुछ आपत्तिजनक सामान मिले़ टीम ने उसे जब्त कर लिया. इससे ऐसा प्रतीत होता है कि उस कमरे में पिछले कुछ दिनों से गलत काम हो रहा था.