रांची : वकालत का पेशा गुरु-शिष्य परंपरा पर आधारित है: कुंदन
डोरंडा में आयाेजित समारोह में बार काउंसिल ने 40 नये वकीलों को लाइसेंस प्रदान किया रांची : झारखंड स्टेट बर काउंसिल के तत्वाधान में रविवार को डोरंडा स्थित बंगला नंबर-8 में लाइसेंस वितरण समारोह का आयोजन किया गया. समारोह की अध्यक्षता काउंसिल सदस्य अमर कुमार सिंह ने की. इनरोलमेंट कमेटी के कन्वेनर कुंदन प्रकाशन ने […]
डोरंडा में आयाेजित समारोह में बार काउंसिल ने 40 नये वकीलों को लाइसेंस प्रदान किया
रांची : झारखंड स्टेट बर काउंसिल के तत्वाधान में रविवार को डोरंडा स्थित बंगला नंबर-8 में लाइसेंस वितरण समारोह का आयोजन किया गया. समारोह की अध्यक्षता काउंसिल सदस्य अमर कुमार सिंह ने की.
इनरोलमेंट कमेटी के कन्वेनर कुंदन प्रकाशन ने कहा कि वकालत का पेशा गुरु- शिष्य परंपरा पर आधारित है. नये अधिवक्ताओं को एकाग्र होना आवश्यक है. कानून का क्षेत्र समंदर जैसा होता है, जिसमें कठिन मेहनत, एकाग्रता, निष्ठा और साथ में विनम्रता की आवश्यकता होती है. किसी भी क्षेत्र में बिना विनम्रता के आप सफल नहीं हो सकते हैं. विनम्रता इस पेशे की प्रथम सीढ़ी है, जो नये अधिवक्ताओं को ऊंचाइयों की ओर ले जाती है. श्री प्रकाशन ने कहा कि जो अधिवक्ता अपने सीनियर अधिवक्ताओं का सम्मान करेंगे, क्लाइंट्स के साथ अच्छा व्यवहार करेंगे, वही सफलता प्राप्त करेंगे. काउंसिल के सदस्य हेमंत कुमार सिकरवार, मृत्युंजय श्रीवास्तव, संजय कुमार विद्रोही ने वकालत के पेशे पर विचार व्यक्त किये. उन्होंने कहा कि वकालत के पेशे में धैर्य व परिश्रम बहुत जरूरी है. इसके बिना इस पेशे में आगे नहीं बढ़ा जा सकता है.
सचिव राजेश पांडेय ने कार्यक्रम का संचालन किया. इस अवसर पर काउंसिल के पूर्व सदस्य हरेंद्र कुमार महतो, अधिवक्ता कन्हैया लाल ओझा, काउंसिल के कर्मचारी व नये अधिवक्ताओं के अभिभावक थे.