आज फिर हड़ताल करेंगे बैंककर्मी शाखाओं में नहीं होगा कोई काम
रांची : यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के आह्वान पर बुधवार को बैंकों में एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल है. झारखंड सहित पूरे देश के बैंक शाखाओं में कोई भी कामकाज नहीं होगा. बैंकों में ताले लटके रहेंगे. यह हड़ताल बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक एवं देना बैंक के विलय के विरोध में बुलायी गयी […]
रांची : यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के आह्वान पर बुधवार को बैंकों में एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल है. झारखंड सहित पूरे देश के बैंक शाखाओं में कोई भी कामकाज नहीं होगा. बैंकों में ताले लटके रहेंगे. यह हड़ताल बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक एवं देना बैंक के विलय के विरोध में बुलायी गयी है.
हड़ताल में राष्ट्रीयकृत बैंक शामिल हैं. इसमें झारखंड के लगभग 18 हजार अधिकारी-कर्मचारी शामिल होंगे. यूएफबीयू, झारखंड के संयुक्त संयोजक एमएल सिंह और एसबीआइओ के अध्यक्ष कमलाकर सिंह ने कहा कि हड़ताल के दौरान बैंकों की शाखाओं में कोई भी काम नहीं होगा. एटीएम में जब तक पैसा रहेगा, वह चालू रहेगा. एटीएम को प्रभावित नहीं किया जायेगा.
मजबूरन जा रहे हैं हड़ताल पर : एमएल सिंह ने कहा कि हमारी मांगों में सरकार द्वारा बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक एवं देना बैंक के विलय का प्रस्ताव वापस लेने, ऋणों की वसूली त्वरित गति से करने सहित कई मांगें शामिल हैं. इसके पूर्व भी इन मांगों को लेकर 18 सितंबर, नौ अक्तूबर एवं 23 अक्तूबर, 2018 को पूरे देश में प्रदर्शन किया गया था, लेकिन केंद्र सरकार ने ध्यान नहीं दिया. यही कारण है कि देशव्यापी हड़ताल को मजबूर हैं.
सरकार द्वारा स्टेट बैंक और उसके एसोसिएट के विलय के बाद की स्थिति काफी निराशाजनक है. विलय से हजारों शाखाएं बंद हुईं. 136 नियंत्रित कार्यालय बंद हुए. लगभग 6,000 कर्मियों को वीआरएस से सेवानिवृत्त कराया गया. कर्मचारियों का स्थानांतरण सुदूर स्थानों पर किया गया. ग्राहकों को अब भी असुविधाओं का शिकार होना पड़ रहा है.
18 हजार बैंक अधिकारी-कर्मचारी शामिल होंगे इस हड़ताल में झारखंड के यूएफबीयू में शामिल हैं नौ संगठनयूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू)में नौ संगठन शामिल हैं. इनमें एआइबीइए, एआइबीओसी, एनसीबीइ, एआइबीओए, बेफी, आइएनबीइएफ, आइएनबीओसी, एनओबीडब्ल्यू एवं एनओबीओ हैं.