कांके में पड़ रही शिमला से भी ज्यादा ठंड, लगातार दूसरे दिन पारा शून्य से नीचे
रांची और आसपास के इलाके में जारी है मौसम की मार रांची : राजधानी रांची और आसपास के इलाके में ठंड का कहर जारी है. मौसम विभाग ने सोमवार को रांची का न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया है. जबकि, बीएयू स्थित मौसम विभाग ने लगातार दूसरे दिन इलाके का न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री […]
रांची और आसपास के इलाके में जारी है मौसम की मार
रांची : राजधानी रांची और आसपास के इलाके में ठंड का कहर जारी है. मौसम विभाग ने सोमवार को रांची का न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया है. जबकि, बीएयू स्थित मौसम विभाग ने लगातार दूसरे दिन इलाके का न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सिसय से नीचे दर्ज किया है.
देश के अन्य जगहों से न्यूनतम तापमान की तुलना की जाये, तो कांके में शिमला से भी ज्यादा ठंड है. सोमवार को शिमला में न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया गया है. वहीं, देहरादून में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस रहा. हालांकि, श्रीनगर में न्यूनतम तापमान -6.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है. उपलब्ध आंकड़ों पर गौर करें, तो पाते हैं कि वर्ष 2018 में चार दिन कांके का न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया. इनमें दो दिन जनवरी के और दो दिन दिसंबर के शामिल हैं. इधर, सोमवार को कांके क्षेत्र में अोस जमकर बर्फ बन गयी.
उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं ने बढ़ायी है ठंड
मौसम विभाग के अनुसार राजधानी के अन्य इलाकों में न्यूनतम तापमान में सोमवार को पिछले दिनों के मुकाबले लगभग ढाई डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है.
विभाग का कहना है कि उत्तर की अोर से आ रही बर्फीली हवा के कारण मौसम में कनकनी का एहसास हो रहा है. इस बढ़ हुई ठंड से राजधानी का जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एक जनवरी 2019 की सुबह में कुहासा रहेगा, जबकि न्यूनतम तापमान में हल्की वृद्धि होने की उम्मीद है.
मैक्लुस्कीगंज का पारा भी शून्य पर
मैक्लुस्कीगंज : आसपास के क्षेेत्रें मे कड़ाके की ठंड जारी है. सोमवार को एक बार पुन: तापमान में गिरावट देखने को मिली. मैक्लुस्कीगंज मे रहनेवाले एंग्लो समुदाय के बॉबी गार्डन ने सो मवार को प्रात: 6:30 बजे अपने तापमान मापक यंत्र से इलाके का न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस दर्ज किया. इधर, शीतलहर और कनकनी का असर से इलाके का आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है.
मैक्लुस्कीगंज एवं आसपास के क्षेत्रों में सोमवार सुबह बाहर खड़े वाहनों और खेत खलिहानों में रखी पुआल और घासफूस पर ओस की बूंदें बर्फ में तब्दील हो चुकी थीं. सर्द हवा से बचने के लिए लोग धूप का सहारा ले रहे हैं. वहीं, शाम के वक्त ठंड से बचने के लिये लोग जगह-जगह अलाव जला कर राहत पाने का प्रयास कर रहे हैं.