कोयला ट्रांसपोर्टिंग के नाम पर व्यवसायी से 50 लाख ठगा, हजारीबाग पुलिस ने पकड़ा, यूपी पुलिस ने छोड़ दिया

प्रणव रांची : कोयले की ट्रांसपोर्टिंग के नाम पर एक व्यवसायी से 50 लाख रुपये ठगी के आरोपी मो. रहमान उर्फ आसिफ खान को बड़कागांव थाना (हजारीबाग) पुलिस ने उत्तरप्रदेश के बलरामपुर जिला के तुलसीपुर थाना क्षेत्र से सोमवार की शाम गिरफ्तार किया था. आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद बड़कागांव के दारोगा धनंजय सिंह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2019 7:27 AM
प्रणव
रांची : कोयले की ट्रांसपोर्टिंग के नाम पर एक व्यवसायी से 50 लाख रुपये ठगी के आरोपी मो. रहमान उर्फ आसिफ खान को बड़कागांव थाना (हजारीबाग) पुलिस ने उत्तरप्रदेश के बलरामपुर जिला के तुलसीपुर थाना क्षेत्र से सोमवार की शाम गिरफ्तार किया था. आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद बड़कागांव के दारोगा धनंजय सिंह उसे तुलसीपुर थाना ले गये.
लेकिन तुलसीपुर के थानेदार शैलेंद्र त्रिपाठी ने लाखों रुपये के ठगी के आरोपी को पीआर बांड पर छोड़ दिया. जब बड़कागांव पुलिस ने इस पर एतराज जताया तो उन्होंने कहा कि रहमान उर्फ आसिफ खान मंगलवार की सुबह थाने में हाजिर हो जायेगा. लेकिन देर रात तक भी वह वापस नहीं आया. पुलिस ने फिर से उसे खोजने का प्रयास किया, लेकिन वह हाथ नहीं आया.
बताया जा रहा कि इस मामले को गंभीर मानते हुए झारखंड पुलिस के अालाधिकारियों ने उत्तरप्रदेश के डीजीपी से संपर्क कर मामले में अपनी शिकायत दर्ज करा दी है. उत्तरप्रदेश के डीजीपी ने मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया है. उधर, बड़कागांव पुलिस अब भी तुलसीपुर में कैंप कर रही है. सूत्र बताते हैं कि स्थानीय कोयला कारोबारियों की पैरवी के कारण तुलसीपुर थानेदार ने आरोपी को छोड़ा था.
त्रिवेणी सैनिक के जरिये लिया था कोयला ढुलाई का काम : बताया जा रहा है कि एनटीपीसी के लिए काम करने वाली त्रिवेणी सैनिक कंपनी से काेयला ढुलाई का काम आसनसोल के व्यवसायी राजीव बनर्जी ने लिया था.
काम लेने के बाद इन्होंने कोयले की ढुलाई के लिए हाइवा आदि तलाशनी शुरू की. इस क्रम में उन्हें मुरारी साव नाम का स्थानीय व्यक्ति मिला. उसने कहा कि मो रहमान उर्फ आसिफ खान बोकारो का है.
उसके पास काफी गाड़ियां हैं. उसी ने इससे व्यवसायी को मिलवाया. आसिफ काम करने को तैयार हो गया. इसके एवज में पहली किस्त के तौर पर उसने 25 लाख लिये. इसके बाद एक-दो दिन कोयले की ढुलाई भी की. फिर दो-तीन बार में और 25 लाख रुपये ले लिये. यानी कुल 50 लाख रुपये ले लिया. अचानक उसने कोयले की ढुलाई बंद कर दी. जब व्यवसायी ने उससे काम करने को कहा, तो इनकार कर दिया. पैसा मांगने पर वह फरार हो गया. इस मामले में व्यवसायी ने बड़कागांव थाने में प्राथमिकी (कांड संख्या 174/18) दर्ज करायी थी.
कोयला ट्रांसपोर्टिंग के नाम पर की ठगी
आधार कार्ड निकला फर्जी, मोबाइल ट्रैक कर उत्तर प्रदेश के बलरामपुर पहुंची थी पुलिस
प्राथमिकी के बाद जब बड़कागांव पुलिस ने मामले में जांच शुरू की, तो पता चला कि मो रहमान के आधार कार्ड में दर्ज बोकारो के सेक्टर-12 स्थित बारी कोऑपरेटिव कॉलोनी का पता भी फर्जी है. फिर एक माह तक उसका मोबाइल नंबर सर्विलांस पर रखने के बाद आरोपी का नंबर यूपी के बलरामपुर जिला के तुलसीपुर का निकला. इसी आधार पर बड़कागांव पुलिस वहां पहुंची आैर आरोपी को गिरफ्तार किया.

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