रांची : नगर निगम के बकरी बाजार स्थित स्टोर में घूसखोरी और कमीशनखोरी चरम पर
राजधानी के सामाजिक कार्यकर्ता ने लोकायुक्त से की शिकायत रांची : रांची नगर निगम के बकरी बाजार स्थित स्टोर में घूसखोरी और कमीशनखोरी का खेल चरम पर है. राजधानी के सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद कुमार मिश्रा ने इसकी लिखित शिकायत लोकायुक्त से की है. अपनी शिकायत में श्री मिश्रा ने लिखा है कि रांची नगर निगम […]
राजधानी के सामाजिक कार्यकर्ता ने लोकायुक्त से की शिकायत
रांची : रांची नगर निगम के बकरी बाजार स्थित स्टोर में घूसखोरी और कमीशनखोरी का खेल चरम पर है. राजधानी के सामाजिक कार्यकर्ता प्रमोद कुमार मिश्रा ने इसकी लिखित शिकायत लोकायुक्त से की है.
अपनी शिकायत में श्री मिश्रा ने लिखा है कि रांची नगर निगम के बकरी बाजार स्थित स्टोर में जब्त वाहनों को छोड़ने, सैप्टिक टैंक वाहन को सफाई का काम सौंपने और डीजल-पेट्रोल का कूपन जारी करने में जमकर घूसखोरी और कमीशनखोरी हो रही है. इस खेल में स्टोर के तीन प्रमुख कर्मचारी शामिल हैं. ये लोग चालकों के साथ मिलकर ये गड़बड़ी करते हैं और फिर आपस में पैसे का बंटवारा कर लेते हैं.
जरा गौर कीजिए, कैसे-कैसे खेल चल रहे हैं नगर निगम के स्टोर में
जब्त किये गये वाहनों को छुड़ाने में पसीने छूट जाते हैं
नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम शहर में समय-समय पर अतिक्रमण हटाओ अभियान, बिना रूट के चल रहे ई-रिक्शा व ऑटो रिक्शा की जब्ती का अभियान और नो पार्किंग में खड़े वाहनों की जब्ती का अभियान चलाती है.
जब्त वाहन बकरी बाजार स्टोर में रखे जाते हैं. वाहन मालिक वाहन को छुड़ाने के लिए पहले नगर निगम में फाइन भरता है. उसके बाद स्टोर में कार्यरत नंदकिशोर और मो मुबारक को भी पैसे देने पड़ते हैं. तभी गाड़ी छोड़ी जाती है. जो पैसे नहीं देते हैं, उन्हें ‘आज छोड़ेंगे-कल छोड़ेंगे’ कह कर दौड़ाया जाता है. इस खेल में स्टोर में कार्यरत के दो व्यक्ति भी शामिल हैं.
तेल चोरी पकड़ी गयी, तो केवल ड्राइवर बर्खास्त हुआ
फरवरी 2018 में रांची नगर निगम के एक ड्राइवर को 50 लीटर डीजल की चोरी करते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया था. इस ड्राइवर ने नगर निगम के स्टोर से 80 लीटर डीजल का कूपन लिया था. लेकिन, इसने केवल 30 लीटर तेल ही भराया था.
जब इस ड्राइवर से इस संबंध में पूछताछ की गयी, तो उसने कहा था कि बाकी के 50 लीटर तेल के पैसे का बंटवारा ऊपर में होता है. ड्राइवर के इस स्वीकारोक्ति के बाद मामले की जांच भी हुई. लेकिन, इसमें किसी बड़े पदाधिकारी पर कार्रवाई के बजाय ड्राइवर को ही नौकरी से निकाल दिया गया. सूत्र बताते हैं कि यह खेल भी बकरी बाजार स्टोर से ही संचालित होता है.
ट्रैक्टर के मालिक से मांगा गया 20 हजार रुपये घूस
शहर से कचरा उठाने के लिए नगर निगम 20 हजार रुपये प्रतिमाह पर निजी ट्रैक्टर किराये पर लेता है. आरोप है कि हरमू निवासी एक ट्रैक्टर मालिक से जोनल सुपरवाइजर ने 20 हजार रुपये की मांग की. सुपरवाइजर ने कहा कि एक माह का पैसा जमा करोगे, तभी ट्रैक्टर निगम में रखेंगे. वरना जिंदगी पर दौड़ते रहोगे, लेकिल काम में नहीं मिलेगा. ट्रैक्टर मालिक ने इसकी शिकायत नगर आयुक्त से लेकर अन्य अधिकारियों के पास की. लेकिन, अब तक सुपरवाइजर पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है. उल्टा शिकायतकर्ता को ही शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. यह खेल भी स्टोर से ही चलता है.
दो ड्राइवरों ने खरीदा खुद का वाहन
शहर में सेप्टिक टैंक सफाई का काम नगर निगम का है. इसके लिए नगर निगम ने एक निश्चित दर भी तय की है. अत्यधिक डिमांड होने के कारण अब सेप्टिक टैंक वाहन के दो ड्राइवरों ने अपना निजी सेप्टिक वाहन ही खरीद लिया है और शहरवासियों से मनमानी दर वसूल रहे हैं. यह खेल भी स्टोर से ही संचालित हो रहा है.