रांची : भय के वातावरण में काम नहीं हो सकता
रांची : राज्य में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग को लेकर गुरुवार को आइएमए, झासा और रिम्स के डॉक्टरों ने मार्च निकाला. यह मार्च रिम्स परिसर से होते हुए रिम्स चौक से होते हुए रिम्स परिसर पहुंचा. इस दौरान डॉक्टर मेडिकल प्रोटेक्शन लागू करने के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे. डॉक्टरों का […]
रांची : राज्य में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग को लेकर गुरुवार को आइएमए, झासा और रिम्स के डॉक्टरों ने मार्च निकाला. यह मार्च रिम्स परिसर से होते हुए रिम्स चौक से होते हुए रिम्स परिसर पहुंचा. इस दौरान डॉक्टर मेडिकल प्रोटेक्शन लागू करने के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे. डॉक्टरों का कहना था कि भय के माहौल में काम नहीं हो सकता है. उनकी सुरक्षा व बेहतर इलाज के लिए इस एक्ट को लागू किया जाना चाहिए.
इस मौके पर आइएमए के रांची शाखा के अध्यक्ष डॉ चंद्रशेखर ने कहा कि एक्ट को लागू करने को लेकर लगातार प्रयास किये जा रहे हैं.
यह एक्ट विभिन्न राज्यों से होते हुए झारखंड विधानसभा में पहुंचा. इससे पहले प्रवर समिति के पास भेजा गया, जहां कुछ संशोधन की बात कही गयी. एक्ट में संशोधन के बाद पुन: भेजा गया. आइएमए के सचिव डॉ प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि सारा कुछ होने के बाद भी आज तक एक्ट पास नहीं हुआ. वर्तमान सरकार ने इसे पुन: अपने पास मंगा ली है.
यह एक्ट आखिर क्यों नहीं लागू हो पा रहा है, सरकार बताये. वहीं, झासा के अध्यक्ष डॉ उमेश चंद्र सिन्हा ने कहा कि सेवा सुदृढ़ीकरण के लिये चिकित्सकों की सुरक्षा भी हो. तभी चिकित्सक बेहतर सेवा दे पायेंगे. मार्च में डॉ एचपी नारायण, डॉ प्रदीप कुमार सिंह, डॉ बिमलेश कुमार, डॉ एस प्रसाद, डॉ संजय कुमार सिंह,डॉ पवन कुमार, डॉ भारती कश्यप, डॉ किरण कुमारी, डॉ अजीत, डॉ प्रशांत कुमार, डॉ शशि कुमार, डॉ एसएस सिडाना, डॉ सुनीता कात्यायन के अलावा रिम्स के जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी व एमबीबीएस के प्रथम सत्र के छात्र-छात्राएं शामिल थीं.