रांची : स्वास्थ्य कार्यक्रम को एक जिले में पूर्ण रूप से लागू करना होगा बेहतर : स्वास्थ्य सचिव
स्वास्थ्य विभाग के सहयोगी एजेंसियों को डॉ नितिन कुलकर्णी का निर्देश कहा : राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम का बेहतर तरीके से संचालन हो रांची : स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने स्वास्थ्य कार्यक्रमों के सहयोगी एजेंसियों के प्रतिनिधियों को आंकड़ों की डुप्लीकेसी से बचने का निर्देश दिया है. कहा है कि किसी […]
स्वास्थ्य विभाग के सहयोगी एजेंसियों को डॉ नितिन कुलकर्णी का निर्देश
कहा : राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम का बेहतर तरीके से संचालन हो
रांची : स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने स्वास्थ्य कार्यक्रमों के सहयोगी एजेंसियों के प्रतिनिधियों को आंकड़ों की डुप्लीकेसी से बचने का निर्देश दिया है. कहा है कि किसी कार्यक्रम को दो-तीन जिलों के कुछ प्रखंडों में लागू करने से ज्यादा बेहतर होगा कि उसे एक जिले में पूर्ण रूप से लागू किया जाये और अगर सहयोगी पार्टनर्स चाहें, तो योजना को एक जिले के साथ-साथ अन्य जिलों के कुछ प्रखंड में भी जारी रख सकते हैं.
स्वास्थ्य सचिव मंगलवार को नामकुम स्थित आरसीएच सभागार में सिमडेगा, सरायकेला और दुमका जिले में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) के बेहतर संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग के लिए संस्था सीनी द्वारा प्रस्तुतीकरण के बाद प्रतिनिधियों को निर्देश दे रहे थे.
स्वास्थ्य सचिव ने योजना के परिचालन के लिए दुमका जिले का चयन करने का निर्देश दिया है. परियोजना की अवधि 2018 से 2021 तक प्रस्तावित है.
सचिव ने संस्था के प्रतिनिधियों से कार्यक्रम लागू होने के बाद अगले एक साल में क्या आउटकम सामने आयेगा इसका आंकड़ा स्पष्ट करते हुए पूरा ब्योरा मांगा है. उन्होंने कहा कि बेसलाइन पैरामीटर तैयार करते हुए यह भी दर्शाएं कि आंकड़ों में कितने प्रतिशत की कमी आयेगी. इधर, संस्था के प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य सचिव से राज्य एडोलेसंट सेल के साथ काम करने की अनुमति मांगी है. साथ ही जिला स्तर पर आरकेएस के कार्यक्रम के संचालन के लिए तकनीकी सहयोगी एजेंसी के रूप में काम करने का अनुरोध किया है.
किसी भी प्रसव के दौरान किसी महिला की मृत्यु नहीं हो : रिड्यूसिंग मेटरनल एंड चाइल्ड डेथ एंड इंप्रूव न्यूट्रिशन से संबंधित प्रस्तुतीकरण के दौरान डॉ कुलकर्णी ने सीनी संस्था के प्रतिनिधियों को साहेबगंज जिले के बोरियो, बरहेट और मंदरो प्रखंडों में कार्यक्रम शुरू करने का निर्देश दिया.
इन प्रखंडों में शत-प्रतिशत सांस्थानिक प्रसव, शत प्रतिशत टीकाकरण लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया और यह सुनिश्चित करने को कहा कि किसी भी प्रसव के दौरान किसी महिला की मृत्यु नहीं हो. बैठक में एनआरएचएम के अभियान निदेशक कृपानंद झा समेत अन्य स्वास्थ्य पदाधिकारी उपस्थित थे.