रांची: नि:शक्तों के सामाजिक समावेशीकरण पर सोमवार को सरकारी व गैर सरकारी संगठनों की बैठक हुई. इसमें साइट सेवर्स के प्रोग्राम मैनेजर सुदीप्ता मोहंती ने नि:शक्तों के सामाजिक समावेशीकरण को जरूरी बताया. अरूण कुमार ने नि:शक्त व उनके संगठनों की लोगों के बीच स्वीकार्यता, यूनीसेफ के विनय पटनायक ने शिक्षा के अधिकार व यूएनसीआरपीडी में नि:शक्त बच्चों के समावेश और भोजन के अधिकार पर सुप्रीम कोर्ट कमिश्नर के राज्य सलाहकार बलराम ने नि:शक्तों के लिए भोजन के अधिकार विषय पर जानकारी दी.
इसके अतिरिक्त पैक्स के जॉनसन टोपनो, डॉ अलका निजामी, संजय मिश्र, ए मुखर्जी, महादेव हंसदा, डॉ अभिनव कुमार व बीरबल प्रसाद ने नि:शक्तों को मुख्यधारा में शामिल करने पर अपने सुझाव दिये. इस मौके पर दृष्टिबाधित बच्चों के बीच पाठ्य व अन्य सामग्री का वितरण भी किया गया.
आयोजन में यूआइडीएआइ की डिप्टी कमिश्नर जनरल नंदना मुंशी, समाज कल्याण विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, श्रम आयुक्त डॉ मनीष रंजन उपस्थित थे. इससे पूर्व चेतना विकास संस्था की रजनी कुमारी ने प्रतिभागियों का स्वागत किया. आयोजन मानव विकास, चेतना विकास व साइटसेवर्स संस्थाओं की ओर से होटल बीएनआर चाणक्य में किया गया था.