रांची : घर में सो रहे दो भाइयों की संदेहास्पद स्थिति में मौत

रांची : बरियातू थाना क्षेत्र के न्यू एरिया मोरहाबादी निवासी 15 वर्षीय पप्पू और आठ वर्षीय विक्रम कुमार (दोनों भाई) की शनिवार को संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी. वहीं उनके पिता सुभाष साव और मां कमला देवी की हालत गंभीर है. दोनों को इलाज के लिए रिम्स में भरती कराया गया है. परिजनों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 20, 2019 4:11 AM
रांची : बरियातू थाना क्षेत्र के न्यू एरिया मोरहाबादी निवासी 15 वर्षीय पप्पू और आठ वर्षीय विक्रम कुमार (दोनों भाई) की शनिवार को संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गयी. वहीं उनके पिता सुभाष साव और मां कमला देवी की हालत गंभीर है.
दोनों को इलाज के लिए रिम्स में भरती कराया गया है. परिजनों को आशंका है कि दोनों भाई की मौत जहरीला भोजन खाने या कमरे में धुआं भरने की वजह से दम घुटने के कारण हुई है. मामले में पुलिस ने घटना को लेकर सुभाष साव के बयान पर बरियातू थाना में केस दर्ज किया है.
सुभाष साव ने पुलिस को बताया कि वह मूल रूप से गया के टेकारी थाना क्षेत्र के रहनेवाले हैं. वर्तमान में वे न्यू एरिया मोरहाबादी में किराये के मकान में रहते हैं और मोरहाबादी में ठेला में लिट्टी बेचने का काम करते हैं.
उनके दोनों पुत्र अंतु चौक के समीप स्थित सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं. शुक्रवार को स्कूल से लौटने के बाद उनके दोनों पुत्र उनके पास आये और समोसा खाने के बाद घर चले गये. रात में घर में पीठा बना था, जिसे खाने के बाद सभी लोग सो गये. सुबह करीब चार बजे उनका पुत्र पप्पू उठा और बोला कि उसकी तबियत खराब लग रही है. इसके बाद वह अपनी मां के पास गया. इस दौरान उनका छोटा पुत्र विक्रम सो रहा था. इसी बीच कमला देवी को उल्टी होने लगी और पप्पू भी अचानक बेहोश हो गया.
सुबह पड़ोसी बेहोशी की हालत में चारों को लेकर पहुंचे रिम्स
सुबह करीब आठ बजे जब पवन नामक उनका पड़ोसी उनके घर पहुंचा, तब चारों बेहोशी की हालत में पड़े थे. इसके बाद पवन अन्य लोगों के सहयोग से चारों को इलाज के लिए रिम्स लेकर पहुंचा, जहां चिकित्सकों ने आरंभिक जांच के बाद दोनों भाई को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी मिली और पुलिस ने मामले की जांच शुरू की.
परिजनों ने आशंका व्यक्त की है कि संभवत: पीठा में कुछ जहरीला पदार्थ रहा होगा. जिसके खाने से चारों की स्थिति गंभीर हो गयी और दोनों भाई की मौत हो गयी. वहीं एक अन्य रिश्तेदार महाराजा साव का कहना है कि बसंत साव के परिजनों के अलावा कुल 10 लोगों ने पीठा खाया था. अगर पीठा में कुछ जहरीला था, तब सभी 10 लोगों की तबियत खराब होनी चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
उन्होंने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि कमला देवी ने सुबह चार बजे आलू उबालने के लिए चूल्हा जलाया था. कमरे में धुआं निकलने की जगह नहीं है. कमरा में धुआं भरने की वजह से दम घुटने के कारण दोनों भाइयों की मौत तो नहीं हुई. वहीं दूसरे परिजनों का कहना है कि चूल्हा तो वे रोजाना सुबह जलाते थे, लेकिन पूर्व में इस तरह की कोई घटना नहीं हुई. पुलिस मौत की असली वजह जानने का प्रयास कर रही है.

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