रिपोर्ट में खुलासा, पुलिस ही करा रही कोयले की तस्करी
अमन तिवारी रांची : राज्य में कोयला तस्करी रोकने के लिए एक ओर जहां मुख्य सचिव से लेकर गृह सचिव तक गंभीर हैं, वहीं दूसरी ओर रामगढ़ में बेखौफ कोयले की तस्करी हो रही है. इनमें कोयला माफिया, स्थानीय पुलिस व संबंधित विभाग की मिलीभगत की बात सामने आयी है. उक्त गठजोड़ की मदद से […]
अमन तिवारी
रांची : राज्य में कोयला तस्करी रोकने के लिए एक ओर जहां मुख्य सचिव से लेकर गृह सचिव तक गंभीर हैं, वहीं दूसरी ओर रामगढ़ में बेखौफ कोयले की तस्करी हो रही है.
इनमें कोयला माफिया, स्थानीय पुलिस व संबंधित विभाग की मिलीभगत की बात सामने आयी है. उक्त गठजोड़ की मदद से कोयले का अवैध उत्खनन व ढुलाई धड़ल्ले से जारी है. इस बात का खुलासा सीनियर पुलिस अधिकारियों द्वारा तैयार रिपोर्ट से होता है. कोयला तस्करी से संबंधित रिपोर्ट आलाधिकारियों ने 17 जनवरी को तैयार की है. रिपोर्ट रामगढ़ एसपी निधि द्विवेदी को भी भेज दीगयी है.
रिपोर्ट में क्या लिखा है : रिपोर्ट में लिखा है कि कोयला माफिया, स्थानीय पुलिस एवं अन्य संबंधित विभाग की मिलीभगत से रामगढ़ जिला अंतर्गत घाटो ओपी, कुजू ओपी, मांडू थाना, रजरप्पा थाना एवं गोला थाना क्षेत्र में कोयले का अवैध उत्खनन और ट्रांसपोर्टेशन हो रहा है.
घाटो ओपी क्षेत्र के परसाबेड़ा, लइयो, बसंतपुर क्षेत्र एवं रजरप्पा थाना क्षेत्र निवासी महेश यादव, दीपक साव, संजू साव, मनोज अग्रवाल, सुनील यादव, मरांडी और उनके सहयोगी कोयला रिलीज संबंधी आदेश पर सीसीएल के क्षेत्र और वन क्षेत्र से कोयला उत्खनन कर फैक्ट्री और अन्य स्थानों पर एकत्र किया जा रहा है. कोयला को वैध बताने के लिए रिलीज ऑर्डर की आड़ में स्थानीय ईंट भट्ठा, बंगला भट्ठा और जिले से बाहर अन्य क्षेत्र में परिवहन कर खपाया जा रहा है. इसी प्रकार कुजू के करमा में बबलू अंसारी एवं पतरातू से अनूप पाठक नाम के व्यक्तियों के नेतृत्व में कोयले का अवैध कारोबार चल रहा है.
पुलिस अधिकारियों को ऋषि मिश्रा एवं मुकुल नाम के व्यक्ति के अवैध कोयला के कारोबार में संलिप्तता की जानकारी मिली है. रिपोर्ट के अनुसार उनके द्वारा पुलिस के वरीय पदाधिकारियों से स्वयं की नजदीकी के नाम पर इस कारोबार में संलिप्त कोयला माफियाओं को संरक्षण देने का काम भी किया जा रहा है. अवैध कोयला के कारोबार से नक्सलियों को भी लेवी मिलने की जानकारी भी मिली है.
कोयला माफिया के बुलंद हैं हौसले
रामगढ़ एसपी को भेजी गयी रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख है कि एसपी एवं एसडीपीओ रामगढ़ को पूर्व में ही सीनियर पुलिस पदाधिकारियों द्वारा यह निर्देश दिया गया था कि यदि न्यायालय से कोयला रिलीज संबंधी आदेश किसी व्यक्ति द्वारा दिखाया जाता है, तब सीसीएल के स्थानीय पदाधिकारी, खनन पदाधिकारी एवं अन्य संबंधित अफसरों की संयुक्त जांच दल द्वारा कोयले का भौतिक निरीक्षण कर अंकेक्षण रिपोर्ट प्राप्त की जाये. पर इस आदेश पर कार्रवाई नहीं की गयी.
इस बात का भी उल्लेख है कि एसपी को वाट्सएप और फोन पर कोयले की अवैध तस्करी पर कार्रवाई के लिए पूर्व में निर्देश दिया गया था, लेकिन रामगढ़ में कोयला माफियाओं के हौसले बुलंद हैं. एसपी को सीनियर पुलिस अधिकारियों ने यह टास्क भी दिया है कि सभी कोयला माफिया और उनको संरक्षण देने वाले पुलिसकर्मियों पर नकेल कसें.