रांची : पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष सह सांसद कडि़या मुंडा को भारत सरकार ने पद्म विभूषण देने का फैसला किया है. कडि़या मुंडा को पब्लिक अफेयर्स के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए इस सम्मान से नवाजने का सरकार ने फैसला किया है. इसके साथ ही झारखंड के बुलु इमाम और डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को पद्म श्री से सम्मानित करने का निर्णय किया गया है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सभी को सम्मान मिलने पर बधाई दी है.
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट्विट किया कि जनसेवा में समर्पित, खूंटी से हमारे लोकप्रिय सांसद श्री कड़िया मुंडा जी को पद्म भूषण मिलने पर हार्दिक बधाई. उनकी सादगी, समर्पण और सेवा भाव लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है.
ज्ञात हो कि कडि़या मुंडा का जन्म 20 अप्रैल 1936 को गुलाम भारत में था. श्री मुंडा एक भारतीय राजनीतिज्ञ और 15वीं लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. वे 1977 में जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकारों में और 1999 से भारतीय जनता पार्टी द्वारा, भारत सरकार में पूर्व मंत्री भी रह चुके हैं.
उन्हें पहली बार 1977 में मोरारजी देसाई सरकार में शामिल किया गया था और राज्य मंत्री के रूप में इस्पात मंत्रालय का पोर्टफोलियो दिया गया था. वे अटल बिहारी वाजपेयी की अध्यक्षता वाले मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री थे, जिसमें 1999 के 13 दिनों की सरकार और उसके बाद का प्रसिद्ध कार्यकाल शामिल था.
मुख्यमंत्री रघुवर ने ट्विट किया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में निस्वार्थ भाव से सेवा कर अपने जीवन को समर्पित करने वाले डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पर्यावरण के क्षेत्र में जमुना टुडू और समाज सेवक बुलु इमाम को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है. आपके कार्यों से झारखंड के साथ-साथ देश का भी मान बढ़ा है. सभी को बधाई.