जेपीएससी : विपक्ष का हंगामा, पक्ष से भी उठे सवाल, बोले स्पीकर, जनहित पर निर्णय नहीं ले सकते तो सदन बंद कर दें

तीन बार स्थगित हुई सदन की कार्यवाही रांची : बजट सत्र का छठा दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया़ झारखंड लोक सेवा आयोग की छठी मुख्य परीक्षा को लेकर विपक्ष ने सदन के अंदर हंगामा किया़ विपक्ष सोमवार से शुरू हुई जेपीएससी की मुख्य परीक्षा को स्थगित करने की मांग पर अड़ा था़ झामुमो, कांग्रेस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2019 8:06 AM
तीन बार स्थगित हुई सदन की कार्यवाही
रांची : बजट सत्र का छठा दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया़ झारखंड लोक सेवा आयोग की छठी मुख्य परीक्षा को लेकर विपक्ष ने सदन के अंदर हंगामा किया़ विपक्ष सोमवार से शुरू हुई जेपीएससी की मुख्य परीक्षा को स्थगित करने की मांग पर अड़ा था़
झामुमो, कांग्रेस के विधायक वेल में भी घुसे़ हो-हंगामा के कारण पहली पाली में दो बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी़ वहीं दूसरी पाली में भी सदन की कार्यवाही व्यवस्थित नहीं हो पायी और विपक्ष का हंगामा जारी रहा़ हो-हल्ला देखते हुए दूसरी पाली में स्पीकर ने दिन भर के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी़ जेपीएससी के मामले में लेकर स्पीकर दिनेश उरांव भी गंभीर थे़
सदन में चर्चा के दौरान वह भावुक भी हुए़ रुआंसे हो कर रूमाल से अपना चेहरा पोछा़ सदन में जेपीएससी को लेकर कोई रास्ता नहीं निकलता देख, स्पीकर ने कहा : जनहित के मुद्दे पर निर्णय नहीं ले सकते, तो सदन को बंद कर देना चाहिए़
सदन की गरिमा पर भी विचार करना चाहिए़ 2015 से चार साल हो गये़ चार साल में छठी जेपीएससी की परीक्षा नहीं करा सके़ पिछली बार भी सदन में मामला उठा था़ बार-बार जेपीएससी का ही विषय क्यों आता है़ इस विचार करना चाहिए़
स्पीकर ने कहा : अासन की भी अपनी मजबूरी है़ मैं अपनी लिमिटेशन को समझता हू़ं लीक से हट कर मैं इस विषय पर चर्चा करा रहा हू़ं सत्ता पक्ष को कष्ट भी हो रहा होगा़ लेकिन सदन ऐसे विषय पर विचार होना चाहिए़ आहत स्पीकर ने कहा : स्तर तो गिर गया है, अब और क्या गिरेगा़
उधर सरकार की ओर से पक्ष रखते हुए संसदीय कार्यमंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा : इस मामले में आज सुनवाई थी़ कोर्ट का निर्णय आ गया, परीक्षा में किसी तरह की रोक नहीं लगायी गयी है़ पीटी में 34634 पास हुए है़ं
27 हजार छात्र परीक्षा में शामिल हुए है़ं अभी किसी तरह की स्क्रूटनी नहीं हुई है़ सरकार के जवाब से विपक्ष संतुष्ट नहीं था और हो-हल्ला जारी रहा़ वहीं सदन के बाहर दूसरे मंत्री सरयू राय कहना था कि आज सदन में जो हुआ, वह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण था़ राज्यहित में निर्णय होना चाहिए़ सत्ता पक्ष-विपक्ष साथ बैठ जाये और इसका समाधान निकाले़ अध्यक्ष की भावना को नेगलेक्ट कर सदन चलाना मुश्किल है़
विपक्ष के विधायकों ने मामला उठाया : उधर पहली पाली में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के विधायकों ने मामला उठाते हुए कहा कि आज जेपीएससी की मुख्य परीक्षा हो रही है़ छात्र आंदोलन कर रहे है़ं परीक्षा में भारी गड़बड़ी हुई है़ इसे स्थगित करे़ं स्पीकर ने पक्ष-विपक्ष के विधायकों को एक-एक कर बोलने का मौका दिया़ प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने कहा : सरकार बंदूक की नोक पर परीक्षा ले रही है़
सरकार के पास असीम शक्ति है़ छात्रों के साथ अन्याय हो रहा है़ छात्र दर-दर भटक रहे है़ं कांग्रेस विधायक सुखदेव भगत का कहना था कि छात्र आंदोलनरत है़ं उग्रवादी के साथ बात करते हैं, लेकिन छात्रों से बात नहीं कर रहे़ यहां भी व्यापंम घोटाले की तैयारी है़
झाविमो विधायक प्रदीप यादव का कहना था कि सरकार हठधर्मिमा छोड़ कर परीक्षा स्थगित करे़ सत्ता पक्ष के विधायक राधाकृष्ण किशोर का कहना था कि जेपीएससी की परीक्षा में घोर लापरवाही हुई है़ ऐसे विषय आ रहे हैं, जिससे लगता है कि अनिमितता बरती जा रही है़ स्क्रूटनी की प्रक्रिया में जेपीएससी के अधिकारी शामिल है़ किशोर ने कहा : बाउरी कमेटी सदन से बनी थी़
उसके प्रतिवेदन को हाउस में रखा जाना चाहिए़ सत्ता पक्ष के निर्भय शाहबादी का भी कहना था कि बाउरी कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाये़ पहली पाली में सरकार ने विधायी कार्य किसी तरह से पूरा किया़ हो-हल्ला के बीच सदन में पिछड़ा वर्ग आयोग का वार्षिक प्रतिवेदन मंत्री अमर कुमार बाउरी ने सदन के पटल पर रखा़
स्पीकर कक्ष में भी नहीं बनी बात, हेमंत बाहर निकले
सोमवार को सदन की कार्यवाही जब बाधित हुई, तो स्पीकर दिनेश उरांव के कक्ष में मुख्यमंत्री रघुवर दास, संसदीय कार्यमंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा व प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन बैठे़ हेमंत सोरेन का कहना था कि परीक्षा को तत्काल स्थगित किया जाये़ सरकार इसको संज्ञान में ले़ उधर सरकार को कहना था संभव नहीं है़ बात नहीं बनी, तो प्रतिपक्ष के नेता बाहर निकल गये़
सदन का स्तर तो गिर गया है, अब और क्या गिरेगा : उरांव
मंत्री नीलकंठ बोले : हाइकोर्ट ने मुख्य परीक्षा स्थगित नहीं की है, ऐसे में इसे रोका नहीं जा सकता
मंत्री सरयू राय ने कहा : अध्यक्ष को नेगलेक्ट कर सदन चलाना मुश्किल है, जो हुआ दुर्भाग्यपूर्ण है
किसने क्या कहा
छात्रों के साथ अन्याय हो रहा, जेपीएससी में भ्रष्टाचार चल रहा है : हेमंत सोरेन
सरकार लाचार, विवश क्यों है, स्थगित करे : सुखदेव भगत
अासन नियमन दे, स्पीकर निर्देश दे सकते हैं : भानु प्रताप
स्पीकर आत्मा की आवाज सुने, झारखंड के हित में फैसला लें : बादल
जेपीएससी में घोर लापरवाही बरती गयी, सरकार गंभीरता से ले : किशोर

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