रांची : बसपा विधायक को धमकी, 20 पेटी दो, नहीं तो चुनाव से पहले मार देंगे
विधायक शिवपूजन मेहता से यूपी के अपराधी ने फोन पर मांगी रंगदारी रांची : हुसैनाबाद (पलामू) से बसपा के विधायक शिवपूजन मेहता से रंगदारी मांगी गयी है. रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गयी है. यह सब सोमवार को उस वक्त हुआ, जब वे विधानसभा परिसर में मौजूद थे. मामले में […]
विधायक शिवपूजन मेहता से यूपी के अपराधी ने फोन पर मांगी रंगदारी
रांची : हुसैनाबाद (पलामू) से बसपा के विधायक शिवपूजन मेहता से रंगदारी मांगी गयी है. रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गयी है. यह सब सोमवार को उस वक्त हुआ, जब वे विधानसभा परिसर में मौजूद थे.
मामले में विधायक ने रांची के डीआइजी एवी होमकर और एसएसपी अनीश गुप्ता से शिकायत की है. फोन करने वाले ने खुद को यूपी के प्रतापगढ़ का डॉन जीवा ठाकुर का भाई रोशन परमार बताया. बातचीत के दौरान उसने कई बार विधायक को भद्दी-भद्दी गालियां भी दी. विधायक की शिकायत के बाद पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गयी है. इस मामले में जगन्नाथपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है़ एसएसपी अनीश गुप्ता ने अपराधी को पकड़ने के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है.
अपराधी : हैलो, फोन क्यों काट रहा है रे बाबू.
विधायक : तुम्हारा काॅल पहले आया था, हमने कॉल बैक किया.
अपराधी : सुन, पहले मुद्दे की बात कर.
विधायक : कौन बोल रहा है?
अपराधी : प्रतापगढ़, यूपी से माफिया डॉन जीवा ठाकुर का राइट हैंड उसका भाई बोल रहा हूं.
विधायक : हां बोल.
अपराधी : तुम जो हर चीज में पैर लगा रहा है न, तो सुधर जाओ.
विधायक : तुमको पता है किससे बात कर रहो हो.
अपराधी : तुमसे सामने-सामने मिलेंगे, तुम आ जाओ होटल रेडिशन ब्लू रांची.
विधायक : हम रांची में ही हैं.
अपराधी : कहां पर.
विधायक : विधानसभा में.
अपराधी : ठीक है, फ्री होकर मिलो.
विधायक : तुमको पता है, किससे बात कर रहो हो.
अपराधी : विधायक शिवपूजन मेहता हो न. जो बोल रहे हैं वह ध्यान से सुन. बहुत ज्यादा गरमी हो गया है तुमको, तो फिर 20 पेटी निकालकर रख ले फिर.
विधायक : दिमाग तुम्हारा खराब हो गया है क्या.
अपराधी : मेरा नहीं तुम्हारा दिमाग खराब हो रहा है. पूर्वांचल वाले हैं थोड़ा हिसाब से. पैसा चाहिए.
विधायक : कौन चीज का पैसा.
अपराधी : तुम्हारा प्रोटेक्शन मनी चाहिए.
विधायक : तुमकाे जिससे प्रोटेक्शन मनी लेना है, उससे ले. तुमको क्या परेशानी है.
अपराधी : मेरा नाम रौशन परमार है.
विधायक : कोनो परमार रहो. तुमको काहे पैसा चाहिए. पैसा नहीं देंगे.
अपराधी : ठीक है. तुम पैसा नहीं देगा न. ज्यादा नहीं 20 पेटी, 20 लाख, 20 खोखा समझ में नहीं आ रहा है का. विधायकी का गरमी है. नहीं देगा तो तुम्हारा …गरम कर देंगे.
विधायक : नहीं देंगे पैसा.
अपराधी : तुम ….समझ रहे हो का.
विधायक : हां समझ रहे हैं.
अपराधी : पैसा नहीं दोगे. इलेक्शन आ रहा है न तुम्हारा तेरही सजा देंगे. सब समझ जाओगे.
विधायक : तुम्हारे जैसा कितने चमचे तलवे के नीचे रहते हैं.
अपराधी : जितना बड़ी-बड़ी बात कर रहा है न, फिर घटना घट जायेगी न तब पता चलेगा.
विधायक : अच्छा क्या करेगा. तुम धमकी दे रहा है. तुम्हारे जैसे कितने गुंडे-मवाली घूमते रहते हैं. तुम रंगदारी टैक्स मांग रहा है.
अपराधी : तुमको समझ नहीं आ रहा है विधायक. पांच साल का ही पावर है तुम्हारा. तुमको बहुत गरमी चढ़ गयी है.
विधायक : नहीं समझ नहीं आ रहा है. बताओ. फोन रख.
अपराधी : हम लोग बोल के लेते हैं.