ये हाल है! आरबीआइ को पता है सिक्के नहीं ले रहे बैंक, पर हर बार कहते हैं- बैंकों को लेने हैं सिक्के
ये हाल है! बार-बार केवल सर्कुलर का हवाला दे रहा आरबीआइ आरबीआइ को ग्राहकों की परेशानी से कोई मतलब नहीं है रांची : बैंकों द्वारा सिक्के नहीं लिये जाने के कारण हर कोई परेशान है. इस बात को आरबीआइ के अधिकारी भी बखूबी जान रहे हैं, लेकिन आरबीआइ के पास भी किसी प्रकार की कोई […]
ये हाल है! बार-बार केवल सर्कुलर का हवाला दे रहा आरबीआइ
आरबीआइ को ग्राहकों की परेशानी से कोई मतलब नहीं है
रांची : बैंकों द्वारा सिक्के नहीं लिये जाने के कारण हर कोई परेशान है. इस बात को आरबीआइ के अधिकारी भी बखूबी जान रहे हैं, लेकिन आरबीआइ के पास भी किसी प्रकार की कोई शिकायत किये जाने पर समस्या का कोई हल नहीं निकल रहा है. आरबीआइ केवल सर्कुलर का हवाला दे रही है कि बैंकों को सिक्के स्वीकार करने हैं. समस्या का समाधान नहीं निकाल रही है, जबकि बैंकों का साफ कहना है कि करेंसी चेस्ट पूरी तरह से भरा हुआ है, इस कारण सिक्के लेने में असमर्थ हैं.
एसबीआइ ने भी दिया जवाब
प्रभात खबर के सीएफआे आलोक पोद्दार द्वारा एसबीआइ के जीएम को लिखे पत्र के जवाब में बैंक की ओर से लिखित जवाब दिया गया है कि अलग-अलग करेंसी चेस्ट में अधिक सिक्कों की वजह से जगह की कमी है. पहले से ही अधिक सिक्के भरे हुए हैं. इस बात से आरबीआइ को भी अवगत कराया गया है कि सिक्के करेंसी चेस्ट से वापस लें. यही नहीं, बैंक ने ग्राहक को यह भी सलाह दी है कि आप भी आरबीआइ को इस मामले से अवगत करायें.
यह है समाधान
बैंक के वरीय अधिकारियों का कहना है कि सिक्कों की समस्या को लेकर समाधान यह है कि आरबीआइ बैंकों को नयी करेंसी चेस्ट खोलने की इजाजत दें या करेंसी चेस्ट में भरे हुए सिक्कों को वापस लें. यही नहीं, करेंसी चेस्ट को नये सिक्के देना भी बंद किया जाय, तभी समस्या का समाधान हो सकता है.
सिक्के नहीं लेने पर एसबीआइ के मैनेजर और कैशियर पर प्राथमिकी
रांची-मुजफ्फरपुर : सिक्का नहीं लेने पर मुजफ्फरपुर में एसबीआइ की एसकेएमसीएच शाखा के मैनेजर और कैशियर पर अहियापुर थाना प्राथमिकी दर्ज की गयी है. अहियापुर थाना क्षेत्र के बड़ा जगन्नाथपुर गांव निवासी शकींद्र कुमार ने लोक अदालत में शिकायत की थी.
लोक अदालत ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था. करीब छह माह पहले शकींद्र कुमार ने इसी मामले में अहियापुर थाना में एफआइआर के लिए आवेदन दिया था. तब थाने में उनके आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी. वह 24 जनवरी को बैंक में 500 रुपये जमा करने गये थे. उनके पास एक रुपये के 500 सिक्के थे.
खजांची व शाखा प्रबंधक ने सिक्का जमा लेने से इनकार कर दिया. शकींद्र के आवेदन के मुताबिक, उन्हें पैसा जमा करना जरूरी था. उन्होंने इसके लिए अनुरोध भी किया. इसकी शिकायत उन्होंने डीएम, एसडीओ व अहियापुर थानाध्यक्ष से भी की थी. शकींद्र ने अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण (पूर्वी) से इस मामले में भारतीय मुद्रित सिक्का लेने से मना करने, आरबीआइ के नियमों का पालन नहीं करने व असहयोगात्मक व्यवहार करने पर एफआइआर दर्ज करने का आदेश देने का अनुरोध किया था.
पासवर्ड और ओटीपी की जानकारी किसी को न दें : आरबीआइ
रांची : आरबीआइ की ओर से मंगलवार को बीआइटी मेसरा के विद्यार्थियों को डिजिटल पेमेंट व ट्रांजेक्शन की जानकारी दी गयी. कार्यक्रम मैनेजमेंट विभाग द्वारा आयोजित किया गया था. आरबीआइ पटना शाखा के महाप्रबंधक बृजराज ने विद्यार्थियों को कई जानकारियां दीं.
बताया कि कई फर्जी कॉल आते होंगे. इस दौरान आपसे पासवर्ड या ओटीपी नंबर जानने का प्रयास किया जायेगा. इसकी जानकारी किसी को न दें. एटीएम से पैसे निकालते वक्त सचेत रहें. उन्होंने बताया कि अब प्रत्येक कॉलेजों में इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.