रांची : हाइकोर्ट के आदेश के चार माह बाद भी जांच नहीं हुई पूरी
बड़कागांव थानेदार का दावा : अगले 10-15 दिनों में जांच हो जायेगी पूरी रांची : हजारीबाग के बड़कागांव थाना क्षेत्र में दो चर्चित गोलीकांड की घटना हुई थी. 14 अगस्त 2016 को ढेंगा गोलीकांड और एक अक्तूबर 2016 को चिरुडीह गोलीकांड की घटना हुई थी. ढेंगा गोली कांड में छह लाेगों को पुलिस की गोली […]
बड़कागांव थानेदार का दावा : अगले 10-15 दिनों में जांच हो जायेगी पूरी
रांची : हजारीबाग के बड़कागांव थाना क्षेत्र में दो चर्चित गोलीकांड की घटना हुई थी. 14 अगस्त 2016 को ढेंगा गोलीकांड और एक अक्तूबर 2016 को चिरुडीह गोलीकांड की घटना हुई थी. ढेंगा गोली कांड में छह लाेगों को पुलिस की गोली लगी थी.
जबकि चिरुडीह कांड में पुलिस की गोली लगने से चार लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे. दोनों ही मामले से जुड़े तीन कांड जो कि बड़कागांव थाने में दर्ज हैं, उनका त्वरित और निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करने का आदेश हाइकोर्ट ने सितंबर 2018 को दिया था. लेकिन अब तक बड़कागांव थाना में कांड संख्या 106/18, कांड संख्या 213/16 और 65/18 की जांच पूरी नहीं हुई है.
चर्चा तो यह भी है कि जांच को लेकर पुलिस का रवैया सुस्ती वाला है. हालांकि मामले में बड़कागांव थाना प्रभारी परमानंद मेहरा कहते हैं कि जांच प्रगति पर है और अगले 10-15 दिनों में जांच पूरी कर ली जायेगी. इसके बाद मामले में आरोिपयों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
चिरुडीह गोलीकांड को लेकर विधायक निर्मला देवी द्वारा दायर परिवाद पर कोर्ट आदेश के बाद भी पुलिस द्वारा मामला दर्ज नहीं किये जाने को लेकर हाइकोर्ट में याचिका दायर की गयी थी. इसके अलावा इस कांड में मृतक पवन राय के पिता अभिषेक राय द्वारा भी अपील दायर की गयी थी.
अभिषेक राय के मामले में बड़कागांव थाना में कांड संख्या 106/18 व विधायक निर्मला देवी के मामले में 141/18 दर्ज किया गया. हाइकोर्ट ने अभिषेक राय मामले में दर्ज कांड संख्या 106/18 में पुलिस को त्वरित व निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करने का आदेश पांच सितंबर को दिया. विधायक निर्मला देवी की याचिका अभी कोर्ट में लंबित है.
चिरुडीह-ढेंगा गोलीकांड में पुलिस की गोली से कई लोगों की हुई मौत के बाद उनके परिजनों और घायलों द्वारा दायर कोर्ट परिवाद के बाद करीब डेढ़ साल बाद बड़कागांव थाना में दर्ज मामले में एनटीपीसी, पुलिस-प्रशासन, त्रिवेणी सैनिक के कई बड़े अधिकारियों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
इसमें डीसी रविशंकर शुक्ला, एएसपी कुलदीप कुमार, एनटीपीसी के जीएम टी गोपाल कृष्णा, रविंद्र सिंह राठी, एजीएम एसके तिवारी, बीबी महापात्रा, डीएसपी दिनेश गुप्ता, एसडीपीओ प्रदीप पाल कच्छप, इंस्पेक्टर अवधेश सिंह, अखिलेश सिंह, सीओ प्यारे लाल, शैलेश कुमार, अशोक चोपड़ा, त्रिवेणी सैनिक के ए सुब्रमन्यम, गोपाल सिंह, एसडी सिंह समेत कई सब इंस्पेक्टर को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.