जमशेदपुर : राखा माइंस होगी शुरू, सीएम रघुवर दास ने किया भूमि पूजन, 18 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार

जमशेदपुर : सीएम रघुवर दास ने शनिवार को हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की 18 वर्षाें से बंद पड़ी राखा माइंस को फिर से शुरू करने के लिए भूमि पूजन किया. चापड़ी कॉपर माइंस के लिए भी भूमि पूजन किया. इन दोनों माइंस से 18 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. वहीं, सरकार को सालाना 100 करोड़ का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 3, 2019 6:24 AM
जमशेदपुर : सीएम रघुवर दास ने शनिवार को हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की 18 वर्षाें से बंद पड़ी राखा माइंस को फिर से शुरू करने के लिए भूमि पूजन किया. चापड़ी कॉपर माइंस के लिए भी भूमि पूजन किया. इन दोनों माइंस से 18 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. वहीं, सरकार को सालाना 100 करोड़ का राजस्व मिलेगा.
उन्होंने कहा : काेल्हान में विकास तभी संभव हाे पाया, क्याेंकि यहां डबल इंजनवाली सरकार काम कर रही है. केंद्र में पीएम माेदी के नेतृत्व में विकास की याेजनाअाें पर फैसले लेने में किसी तरह की देर नहीं की जाती. वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार विकास योजनाओं काे धरातल पर उतार रही है.
समारोह का आयोजन राखा कॉपर प्रोजेक्ट कार्यालय परिसर मैदान में किया गया था. इस दौरान सांसद विद्युत वरण महताे, विधायक लक्ष्मण टुडू, एचसीएल के सीएमडी संताेष शर्मा भी मौजूद थे.
मजदूरों की पीड़ा का एहसास है : मुख्यमंत्री ने कहा : धर्मांतरण करानेवालाें की यहां काेई जगह नहीं है. बावजूद इसके यदि लाेग ऐसा करते मिले, ताे उनकी सही जगह हाेटवार जेल हाेगी. उन्हाेंने संथाल-हाे-मुंडा समाज के सभी गुरुआें-प्रमुखाें से अपील की अपनी संस्कृति कि रक्षा के लिए आगे आयें. ऐसे स्वार्थी लाेगाें के खिलाफ सख्त कदम उठायें. उन्होंने कहा : मैं मजदूर हूं और जब कोई संयंत्र या खदान बंद हो जाते हैं, तो वहां पर कार्य करनेवाले मजदूरों की पीड़ा क्या होती है, इसका मुझे एहसास है.
देश में ताम्र खनिज की उपलब्धता कम है. तांबे का काफी हद तक भारत आयात करता है. ऐसी स्थिति में हमारे जिले में इतनी बड़ी और पुरानी खदान वर्षों से बंद पड़ी थी. इसे खुलवाने के लिए जो पहल यहां के सांसद ने की वह निश्चित रूप से सराहनीय और प्रशंसनीय है. इसके 2004 से 2014 तक इस पर सिर्फ राजनीति ही हाेती रही.
प्रधानमंत्री ने रखा किसान-गरीब-मजदूर-महिलाआें का ख्याल
मुख्यमंत्री ने कहा : केंद्र सरकार का बजट गरीब, महिलाओं, मजदूरों, नौजवानों काे समर्पित है. बजट में आजादी के बाद पहली बार ऐतिहासिक बजट पेश कर पीएम श्रम योगी मान योजना के अंतर्गत 60 साल की उम्र के बाद असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को 3000 रुपये की पेंशन दी जायेगी. आजादी के बाद इन करोड़ों श्रमिकों की सुध पहली बार वर्तमान केंद्र सरकार ने ली है.
मजदूरों को साै रुपये महीना और 60 साल के बाद तीन हजार पेंशन केंद्र सरकार ने देने की घोषणा की है. आकस्मिक मृत्यु होने पर परिजनों को छह लाख रुपये मिलेगा. सिंहभूम की यह नगरी मजदूरों की है. मजदूर के जिले की हैसियत से देश के प्रधानमंत्री को साधुवाद देना चाहते हैं.

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