रांची : झारखंड की कुल आबादी का 57.85 फीसदी लोग वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में मतदान करेंगे. राज्य निर्वाचन आयोग के रिकॉर्ड के मुताबिक, इस बार मतदाता सूची में 2,19,18,479 (दो करोड़ 19 लाख 18 हजार 479) लोगों के नाम दर्ज हैं. यह पिछले चुनावों की तुलना में 1.02 फीसदी अधिक है. चुनाव आयोग की ओर से 30 जनवरी, 2019 को अंतिम रूप से जारी मतदाता सूची में ये आंकड़े दिये गये हैं.
आंकड़ों के मुताबिक, आगामी लोकसभा चुनाव में करीब 2.20 करोड़ लोग मतदान का हिस्सा बनने के योग्य हैं. यह झारखंड की कुल आबादी का 57.85 फीसदी है. इसमें 307 लोगों ने थर्ड जेंडर में अपना नाम दर्ज करवाया है. झारखंड में 16 जनवरी, 2017 में थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या सिर्फ 123 थी. निर्वाचन आयोग के मुताबिक, कुल 2,19,81,479 मतदाताओं में 1,15,07,697 पुरुष और 1,04,73,475 महिला मतदाता हैं. यह मतदाताओं की संख्या में 1.02 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है.
वर्ष 2011 की जनगणना में झारखंड की कुल आबादी 3,79,95,777 (3 करोड़ 79 लाख 95 हजार 777) थी. इसमें 1,93,98,740 (एक करोड़ 93 लाख 98 हजार 740) पुरुष और 1,85,97,037 (एक करोड़ 85 लाख 97 हजार 037) महिलाएं थीं. आबादी का पुरुष-महिला अनुपात 947 है, जबकि मतदाताओं का लिंगानुपात 909 है. यह र्ष 2014 के चुनावों की तुलना में थोड़ा ज्यादा है.
हाल के वर्षों में सरकार ने तीन बार मतदाता सूची का प्रकाशन किया है. वर्ष 2017 में कुल मतदाताओं की संख्या 2,14,58,327 थी, जो वर्ष 2018 में बढ़कर 2,18,35,434 हो गयी. एक सितंबर, 2018 को जब मतदाताओं की सूची का प्रारूप प्रकाशित किया गया, तो वोटरों की संख्या में 0.33 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी. वोटरों की संख्या 2,17,63,802 रह गयी. 30 जनवरी, 2019 को प्रकाशित अंतिम सूची में 2,19,81,479 हो गयी, जो पिछले बार की तुलना में 1.02 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है. वर्ष 2017 में मतदाताओं की संख्या में 1.20 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी थी, जबकि 2018 में 1.76 फीसदी की वृद्धि हुई थी.
झारखंड की आबादी की तुलना में मतदाताओं के अनुपात की बात करें, तो 2017 में यह 56.86 फीसदी था, जो जनवरी, 2018 में 56.57 और अब जनवरी, 2019 में 57.85 फीसदी हो गया है. हालांकि, जब मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन हुआ था, तो उसमें मतदाताओं की संख्या में 0.33 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी थी. वर्ष 2017 और 2018 में मतदाताओं का लिंगानुपात क्रमश: 906 और 909 रहा. मतदाता सूची के प्रारूप और अंतिम मतदाता सूची में भी वर्ष 2018 का लिंगानुपात बना रहा.
थर्ड जेंडर वोटरों की संख्या 123 से 307 हुई
वर्ष 2017 में मतदाता सूची में थर्ड जेंडर की संख्या 123 थी. यह वर्ष 2018 में बढ़कर 284 हो गयी. सितंबर, 2018 में जब मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन हुआ, तो उसमें इस श्रेणी के 290 वोटर थे, जो जनवरी, 2019 में प्रकाशित अंतिम सूची में 307 हो गयी.