रांची: राजधानी रांची और आसपास के क्षेत्रों में हत्या, डकैती, लूट और चोरी की घटनाएं बढ़ गयी हैं. सिर्फ रांची जिले में पांच माह में 92 लोग मारे गये हैं. स्थिति यह हो गयी है कि पुलिस पर अपराधी हावी होते जा रहे हैं. ज्यादातर मामले में अपराधियों को पकड़ पाने में पुलिस विफल साबित हुई है.
कुछ घटनाओं में शामिल होने के आरोप में पुलिस ने अपराधियों को पकड़े जरूर हैं, लेकिन पर्याप्त साक्ष्य नहीं जुटा पायी. पुलिस की कार्यशैली से संदेह पैदा हो रहा है कि असली अपराधी पुलिस की पहुंच से बाहर हैं, जबकि कई मामलों में दूसरे अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. अपराधी एक के बाद एक हत्या की घटनाओं को अंजाम देते जा रहे हैं, जबकि पुलिस का काम सिर्फ प्राथमिकी दर्ज करना ही रह गया है.
हाल के दिनों में कुछ हत्याओं में पुलिस को सुराग तो मिले हैं, लेकिन अपराधी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. इधर, सीनियर पुलिस अधिकारी भी सिर्फ पूरे मामले को सिर्फ तीन चर्चित थानेदारों के भरोसे छोड़े दे रहे हैं. थानेदार अपने स्तर से कार्रवाई कर रहे हैं. जिसे मन होता है पूछताछ के बहाने उठा कर थाना ले आते हैं, फिर पूछताछ के बाद छोड़ दे रहे हैं. हत्या के अलावा दूसरी जो घटनाएं हो रही हैं. उससे भी स्पष्ट है कि कैसे अपराधी बेखौफ हैं.
अपराधी के मुंह में रिवाल्वर घुसा कर मार दी गोली
रांची: जमीन कारोबारियों से रंगदारी के मामले में राजेश खलखो (28 वर्ष) नामक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी गयी. युवक कमड़े स्थित ऊपर बस्ती का रहनेवाला था. बताया जाता है कि मुंह में रिवाल्वर घुसा कर उसे गोली मारी गयी है. उसका शव बुधवार की सुबह पंडरा पुल के नीचे मिला. शव मिलने की सूचना मिलते ही वहां पुलिस पहुंची. पुलिस ने शव को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया.
इस संबंध में राजेश के भाई प्रकाश खलखो के बयान पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पुलिस अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही है. पुलिस ने इस मामले में पूछताछ के लिए कमड़े से एक ऑटो चालक समेत पांच युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. पुलिस के अनुसार राजेश खलखो की हत्या कमड़े के आसपास की गयी है. हत्या के बाद शव को ऑटो से लाकर पंडरा पुल के नीचे फेंक दिया गया. पुलिस ने आशंका जतायी है कि इस हत्या के पीछे राजेश के पहचान वालों का हाथ है.पुलिस के अनुसार राजेश खलखो आपराधिक छवि का था. इधर, देर रात तक पुलिस की छापेमारी जारी थी.
दाल मिल के मुंशी की हत्या में था शामिल
पुलिस के अनुसार रातू थाना क्षेत्र में वर्ष 2007 में एक दाल मिल के मुंशी की हत्या के मामले में वह जेल जा चुका था. उसने 2014 के आरंभ में एक व्यक्ति से रंगदारी भी मांगी थी. रंगदारी नहीं देने पर उसने गोली भी चलायी थी. इस मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था. पुलिस के अनुसार वह करीब 20 दिन पहले ही जेल से जमानत पर बाहर निकला था. जानकारी के अनुसार प्रकाश खलखो गत मंगलवार की रात करीब 9.30 बजे अपने घर से बाहर निकला था. इसके बाद वह घर वापस नहीं लौटा. बताया जाता है कि प्रकाश अपने कुछ दोस्तों से मिलने गया था. इसके साथ ही प्रकाश स्थानीय जमीन कारोबारियों से रंगदारी वसूलने का काम भी करता था.