रांची : जैक ने जारी नहीं की मैट्रिक व इंटर के दो वर्षों के टॉपरों की कॉपी

रांची : झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने मैट्रिक व इंटरमीडिएट के टॉपरों कीउत्तरपुस्तिका जारी नहीं की. वर्ष 2017 व 2018 के टॉपरों की कॉपी जारी नहीं की गयी, जबकि दोनों वर्ष के टॉपरों का नाम जारी कर उन्हें सम्मानित भी कर दिया गया. झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा प्रति वर्ष मैट्रिक व इंटरमीडिएट का रिजल्ट जारी होने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 16, 2019 12:32 AM

रांची : झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने मैट्रिक व इंटरमीडिएट के टॉपरों कीउत्तरपुस्तिका जारी नहीं की. वर्ष 2017 व 2018 के टॉपरों की कॉपी जारी नहीं की गयी, जबकि दोनों वर्ष के टॉपरों का नाम जारी कर उन्हें सम्मानित भी कर दिया गया. झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा प्रति वर्ष मैट्रिक व इंटरमीडिएट का रिजल्ट जारी होने के बाद टॉप 20 परीक्षार्थियों की उत्तरपुस्तिका की स्क्रूटनी करायी जाती है.

स्क्रूटनी के बाद टॉपरों का नाम जारी किया जाता है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल के स्थापना दिवस के मौके पर टॉपर विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाता है. जैक के स्थापना दिवस पर ही मैट्रिक व इंटर के तीनों संकाय (कला, विज्ञान, वाणिज्य) संकाय के स्टेट के टॉप थ्री परीक्षार्थियों की उत्तरपुस्तिका ऑनलाइन जारी की जाती है.

गत दो वर्षों के टॉपरों की कॉपी जारी नहीं की गयी. वर्ष 2017 में झारखंड एकेडमिक काउंसिल का स्थापना दिवस नहीं मनाया गया था. वर्ष 2018 में ही वर्ष 2017 के टॉपरों को भी सम्मानित किया गया था. टॉपरों को सम्मानित तो किया गया, पर उनकी कॉपी जारी नहीं की गयी. झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा वर्ष 2016 के भी सभी टॉप थ्री विद्यार्थियों की कॉपी जारी नहीं की गयी.

वर्ष 2016 में मैट्रिक के तो सभी टॉप थ्री विद्यार्थियों की कॉपी वेबसाइट पर डाली गयी, पर इंटर के किसी भी संकाय के सभी टॉप थ्री विद्यार्थी की कॉपी ऑनलाइन नहीं की गयी थी. इससे पूर्व में सभी टॉप थ्री के सभी विषयों की कॉपी जारी की जाती थी.

स्क्रूटनी के बाद बदल जाते टॉपरों के अंक : स्क्रूटनी के बाद प्रति वर्ष टॉपरों के अंक में बदलाव हो जता है. वर्ष 2018 में स्क्रूटनी के बाद इंटर कॉमर्स के फर्स्ट टॉपर, तो कला के सेकेंड टॉपर के अंकों में बदलाव हो गया था. वहीं, इंटरमीडिएट साइंस की परीक्षा में राज्य में पहले स्थान पर रहे दीपक कुमार का प्राप्तांक 460 से बढ़ कर 462 हो गया था.
पूर्व में जारी रिजल्ट के आधार पर राज्य में तीसरे स्थान पर रही शांभवी कुमारी स्क्रूटनी के बाद स्टेट टॉपर बन गयी. सांभवी को जैक द्वारा जून में जारी रिजल्ट में 436 अंक मिला था. स्क्रूटनी के बाद शांभवी का अंक बढ़ कर 440 हो गया और वह स्टेट टॉपर बन गयी. वर्ष 2017 में भी स्क्रूटनी के बाद टॉपरों के अंक बदल गये थे. इंटर आर्ट्स के परीक्षार्थियों के अंक में भी स्क्रूटनी के बाद बदलाव आ गया था. जून 2017 में जारी रिजल्ट में उर्सुलाइन इंटर कॉलेज की अमिता कोटका को 416 अंक मिले थे.
रिजल्ट में प्राप्त अंक के आधार पर अमिता राज्य में फोर्थ स्थान पर थी. स्क्रूटनी में उसके अंक में कोई बदलाव नहीं हुआ, पर 418 अंक प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रहनेवाली वैष्ण्वी का अंक घट कर 416 हो गया. इस कारण अमिता भी स्टेट की सेकेंड टॉपर हो गयी. मेघा कुमारी का अंक 417 से घट कर 411 हो गया और वह टॉप थ्री से बाहर हो गयी.
लक्ष्मी सिंह के कार्यकाल में शुरू हुई थी प्रक्रिया : झारखंड एकेडमिक काउंसिल की पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मी सिंह के कार्यकाल में मैट्रिक व इंटर के टॉप थ्री विद्यार्थियों की कॉपी ऑनलाइन जारी करने की प्रक्रिया शुरू की गयी थी. इसका उद्देश्य टॉपरों को लेकर पारदर्शिता लानी थी. इसके अलावा यह भी उद्देश्य था कि अन्य परीक्षार्थी भी टॉपरों की कॉपी देख कर प्रेरणा ले सकें.
वर्ष 2017 व वर्ष 2018 के मैट्रिक व इंटर के टॉपरों के नाम जारी हुए, पर कॉपी नहीं
जैक के स्थापना दिवस पर ऑनलाइन जारी होती थी टॉपर की कॉपी
टॉपरों की उत्तरपुस्तिका ऑनलाइन जल्द जारी कर दी जायेगी. इसकी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. टॉप थ्री परीक्षार्थियों की कॉपी जारी की जायेगी.
महीप कुमार सिंह, सचिव जैक

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