शहादत को सलाम : व्यर्थ न जाये ये बलिदान, बोल रहा है हिंदुस्तान
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार को हुए अब तक के सबसे घातक आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये, जबकि 40 से ज्यादा जवान घायल हो गये. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. इस घटना के बाद पाकिस्तान व आतंकी संगठनों के विरोध में राजधानी में […]
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार को हुए अब तक के सबसे घातक आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये, जबकि 40 से ज्यादा जवान घायल हो गये. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है.
इस घटना के बाद पाकिस्तान व आतंकी संगठनों के विरोध में राजधानी में जगह-जगह शोक सभाएं, कैंडल मार्च और रैलियां निकाली जा रही हैं. आक्रोशित लोग पाकिस्तान और आतंकी संगठनों के पुतले जला रहे हैं. खास बात यह है कि इस विरोध-प्रदर्शन में सभी राजनीतिक दलों के लोग एक मंच पर खड़े दिख रहे हैं. वहीं, जाति-धर्म को दरकिनार कर लोग अपने देश के वीर सपूतों के बलिदान का बदला मांग रहे हैं.
राजभवन में दी गयी शहीदों को श्रद्धांजलि
रांची. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में शुक्रवार को राजभवन में शोक सभा का आयोजन किया गया. इसमें जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर आतंकवादियों द्वारा किये गये कायराना हमले की घोर निंदा की गयी. सभा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गयी. साथ ही उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की गयी.
मौके पर राज्यपाल ने कहा कि दुख की इस घड़ी में सभी उनके साथ हैं. हम सभी को अपने सैनिकों व जवानों की वीरता पर गर्व है. हमारे सैन्य बलों व जवानों ने सदा अपने अदम्य साहस एवं वीरता का परिचय दिया है. मौजूद लोगों ने दो मिनट का मौन रख कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव सतेंद्र सिंह समेत राज भवन के अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे.
गणपत पैलेस के 84 परिवारों ने श्रद्धांजलि दी
रांची. चुटिया स्थित धूमसा टोली के गणपत पैलेस में 84 परिवारों ने पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. यहां 84 परिवार के लोगों ने मिल कर कैंडल जलाया. महिला, पुरुष, बच्चे सभी ने मिल कर दो मिनट का मौन रख कर उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की. इस दौरान वहां मौजूद बड़े-बुजुर्गों ने कहा कि इस समय हमें एकता के साथ रहने की जरूरत है.
आतंकी घटना कायरतापूर्ण, बदला ले सरकार
रांची. राजद रांची महानगर की ओर से रांची विश्वविद्यालय गेट से शुक्रवार को कैंडल मार्च निकाला गया. मार्च कचहरी रोड शहीद चौक होते हुए अलबर्ट एक्का चौक पहुंचा. राजद नेताओं ने पुलवामा में हुए हमले में शहीद 42 जवानों को श्रद्धांजलि दी. नेताओं ने कहा कि अब बहुत हो गया निंदा करने से कुछ नहीं होने वाला है. पाकिस्तान को करारा जवाब देने का समय अब आ गया है.
जिस तरह की घटना हुई है, वह चिंताजनक है. मौके पर उपाध्यक्ष राजेश यादव, महासचिव मनोज पांडेय, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष आबिद अली, युवा प्रदेश के अध्यक्ष अभय कुमार सिंह, बलवंत यादव, डॉ मनोज कुमार, कैलाश यादव, कमलेश यादव, मनोज अग्रवाल, सतरूपा पांडेय, सीताराम महतो, मंतोष यादव, कमलेश यादव सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे.
जनसंगठनों ने पाकिस्तान का झंडा जलाया
रांची. केंद्रीय सरना समिति (फूलचंद तिर्की गुट), चडरी सरना समिति, राजधानी पेट्रोल ऑटो चालक संघ एवं अन्य संगठनों मोमबत्ती जलाकर पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर पाकिस्तान का झंडा भी जलाया गया. केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की, कार्यकारी अध्यक्ष बबलू मुंडा, जगलाल पाहन, पेट्रोल ऑटो चालक संघ के छोटू पासवान, सूरज पासवान सहित अन्य ने संयुक्त रूप से कहा कि पाकिस्तानी आतंकवादियों ने षड्यंत्र के तहत भारतीय जवानों पर हमला किया है. भारत को भी इसका करारा जवाब देना चाहिए.
शहीदों की याद में कैडल जलाने की अपील
रांची. रिम्स के मेडिसीन विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ डीके झा ने शुक्रवार शाम अपने घर की दरवाजे पर कैंडल जला कर पुलवामा में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उन्होंने अन्य लोगों से भी शहीदों के सम्मान में कैंडल जलाने की अपील की.
आरएसएस ने श्रद्धांजलि दी, मानव शृंखला बनायी
रांची. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने पुलवामा घटना को लेकर अलबर्ट एक्का चौक पर शहीदों को मौन श्रद्धांजलि दी़ इस दौरान अलबर्ट एक्का की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की गयी़ इसके बाद आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने अलबर्ट एक्का चौक से डेली मार्केट थाना तक अमर जवान शहीदाें को श्रद्धांजलि देने के लिए मानव शृंखला बनायी़ इस दौरान महाविद्यालय कार्य प्रमुख भैरव सिंह के नेतृत्व में 1300 कार्यकर्ता मौजूद थे़ कार्यक्रम में मुख्य रूप से महानगर सह कार्यवाह आनंद दुबे, सिद्धार्थ सचदेव, अभिरंजन, कन्हैया, कुलदीप, अमृत रमण आदि मौजूद थे़.
हाथों में काली पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन किया
रांची. कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ जवानों पर हुए हमले के खिलाफ शुक्रवार को मस्जिद जाफरिया रांची से मौलाना हाजी सैयद तहजीब अल हसन रिजवी के नेतृत्व में विरोध जुलूस निकाला गया. मस्जिद जाफरिया से लोगों ने अपने हाथों में काली पट्टी बांध कर और हाथों में तख्ती लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए निकले. मौलाना रिजवी ने कहा कि शहीदों की कुर्बानी बेकार नहीं जायेगी.
भारत सरकार से गुजारिश है कि पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे और दहशतगर्दी का खात्मा करे. मौके पर अशरफ हुसैन, मौलाना सैयद मुसवी रजा, मौलाना हैदर मेहंदी, सैयद मेहंदी इमाम, इकबाल हुसैन, सेंट्रल मुहर्रम कमिटी के महासचिव अकिलुर्ररहमान, नेहाल अहमद, हाजी हलीम, सरफराज सुड्डू, इकबाल फातमी, सैयद समर अली सहित अन्य उपस्थित थे.
अंजुमन की बैठक में हमले की निंदा
रांची. अंजुमन इस्लामिया रांची की बैठक इबरार अहमद की अध्यक्षता में हुई. बैठक में आतंकवादी हमले की निंदा की गयी. शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गयी. बैठक में उपाध्यक्ष मंजर इमाम, नौशाद, शाहिद, नदीम अख्तर, हाजी नवाब, अनस, कलीम खान, नकीब, नौशाद अंसारी, हसनैन खलील सहित अन्य उपस्थित थे. यह जानकारी महासचिव मोख्तार अहमद ने दी. हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार बाबा दरगाह कमेटी के अध्यक्ष हाजी अब्दुल रऊफ गद्दी, महासचिव फारुख शोएब अंसारी सहित अन्य ने पाकिस्तान की कायरतापूर्ण कार्रवाई की निंदा की है.
मुस्लिम संगठनों ने पुलवामा घटना का विरोध किया
रांची. पुलवामा आतंकी हमले की आॅल मुस्लिम यूथ एसोसिएशन (आमया) के साथ-साथ तमाम मुस्लिम संगठनों ने निंदा की है. शुक्रवार को जुमा की नमाज में शहीद सैनिकों के लिए दुआ-ए-मगफिरत की गयी. वहीं, आमया संगठन द्वारा काली पट्टी बांध हाथों में तख्ती लेकर पुरानी रांची में मार्च निकाला गया. इसमें आमया के अध्यक्ष एस अली, मो नदीम, मो तमन्ना, मो जावेद, मो मिन्हाज, मो इम्तियाज, अमन मकबूल, जहांगीर, मो खालिद एवं अन्य शामिल थे़
अधिवक्ताओं ने निकाला कैंडल मार्च, दी श्रद्धांजलि
पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए रांची जिला बार एसोसिएशन के बैनर तले अधिवक्ताअों ने कैंडल मार्च निकाला. कैंडल मार्च सिविल कोर्ट परिसर से निकल कर अलबर्ट एक्का चौक तक पहुंचा. इससे पूर्व एसोसिएशन के बार भवन में शोक सभा का भी आयोजन हुआ, जिसमें शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गयी. गत दिनों एसोसिएशन के अधिवक्ता सुरेंद्र कुमार शर्मा के निधन पर उनके लिए भी शोक सभा आयोजित की गयी.
इसके साथ ही अधिवक्ताअों ने खुद को न्यायिक कार्यों से अलग रखा. इस अवसर पर जिला बार एसोसिएशन के महासचिव संजय विद्रोही ने कहा कि सीआरपीएफ के जवानों पर किये गये कायरतापूर्ण हमले की हम निंदा करते हैं. देश के बहादुर जवानों ने अपनी जानें न्योछावर की हैं. हम देश के वीर जवानों से कहना चाहते हैं कि आपके साथ पूरा देश खड़ा है.
संजय विद्रोही ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि हमले का माकूल जवाब दिया जाये. जिन्होंने भी इन हमलों को अंजाम दिया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये. मार्च में शंभु प्रसाद अग्रवाल, पवन रंजन खत्री, उत्तम कुजूर, रोशन पासवान, सुधीर श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता शामिल हुए.