रांची : एयरपोर्ट पर आयुष्मान के लाभुकों से मिले नरेंद्र मोदी, कहा काेई शराब न पीये, बेटियों काे पढ़ायें, घर काे रखें स्वच्छ
रांची : धनबाद की सुभद्रा भी रविवार को प्रधानमंत्री से मिलने आयी थी. उसके साथ महज 50 दिन की उसकी बेटी भी थी, जिसका इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत हुआ है. उसका इलाज रांची स्थित एक अस्पताल में हुआ है. सुभद्रा ने पीएम को बताया कि वह गरीब है, पर इलाज के दौरान उसे […]
रांची : धनबाद की सुभद्रा भी रविवार को प्रधानमंत्री से मिलने आयी थी. उसके साथ महज 50 दिन की उसकी बेटी भी थी, जिसका इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत हुआ है. उसका इलाज रांची स्थित एक अस्पताल में हुआ है. सुभद्रा ने पीएम को बताया कि वह गरीब है, पर इलाज के दौरान उसे अस्पताल को 70 हजार रुपये देने पड़े. बड़ी मुश्किल से उसने और उसके पति मीतन कुमार महतो ने पैसे का जुगाड़ किया.
इस दौरान सुभद्रा समेत अन्य लोगों की बातें सुनने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि इस अच्छी योजना में जो कुछ भी कमियां हैं, उन्हें जल्द ही दूर कर लिया जायेगा. दरअसल यह बच्ची मीतन व सुभद्रा दंपती की पहली संतान है. मीतन के अनुसार, इसकी अांत आपस में उलझ गयी थी. दो बार इसका इलाज अस्पताल में हुआ. पहली बार चार जनवरी से 18 जनवरी तक फिर दो फरवरी से 14 फरवरी तक इलाज चला. पहली बार मीतन ने अस्पताल में 20 हजार रुपये जमा किये तथा दूसरी बार करीब 50 हजार. पैसे क्यों लगे? उसने कहा कि उसे वहां बतायी गयी तकनीकी बातें समझ में नहीं आयी.
कठिन रहा धनबाद से रांची तक का सफर
जिस बच्ची को अभी तीन दिन पहले अस्पताल से छुट्टी मिली हो, उसे धनबाद से लेकर रांची एयरपोर्ट तक लाने का सफर कठिन रहा. एयरपोर्ट पर मीतन की बात सुन रहे लोगों ने कहा कि धनबाद के स्वास्थ्य कर्मियों को उसे यहां आने का दबाव नहीं बनाना चाहिए था. दरअसल धनबाद के लोगों को सिविल सर्जन (सीएस) कार्यालय से बस पर सवार कर रांची लाया गया था. सीएस कार्यालय से मीतन के घर की दूरी 29 किमी है.
स्थानीय सीएचसी तक पहला पांच किमी इस दंपती ने अपने बच्ची के साथ मोटरसाइकिल पर तय किया. इसके बाद सीएचसी से कार से सीएस कार्यालय. फिर बस से रांची. मीतन वापसी के बारे सोच कर निराश था. उसे लग रहा था कि ठंड में बच्ची को लेकर रात में घर पहुंचने में परेशानी होगी.
हाथ में माइक ले घूम-घूम कर मोदी ने की लाभुकों से बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हजारीबाग से 4.47 बजे रांची पहुंचे. यहां करीब 5.57 बजे तक उन्होंने स्वास्थ्य बीमा योजना- आयुष्मान भारत के लाभुकों से मुलाकात व बात की. राज्य भर से करीब छह सौ की संख्या में इन लाभुकों को लाया गया था. राज्य सरकार के हैंगर में बने पंडाल में पीएम को इन लाभुकों में से चुनिंदा 30 लाभुकों से बात करनी थी, पर कार्यक्रम स्थल पर पीएम ने अधिकारियों से माइक मांगा तथा खुद ही घूम-घूम कर लाभुकों से बात करने लगे. उन्होंने करीब 20-25 लोगों से बात की तथा उनके अनुभव सुने. कई लाभुकों ने भावुक होकर अपनी बातें कही.
एक ने तो लिख कर लाया गाना भी गाया. अायुष्मान भारत योजना के लाभ के बारे में सुन कर पीएम ने लाभुकों से पूछा कि मैंने अापको यह योजना दी है. बदले में आप मुझे क्या देंगे. इस पर सब कहने लगे हम अापको वोट देंगे. तब पीएम ने कहा कि मैं वोट की बात नहीं कर रहा, आप मुझे तीन वादे दें.
पहला घर में कोई शराब न पीये, दूसरा बेटी को जरूर पढ़ायें व तीसरा अपने घर व सार्वजनिक स्थलों को साफ व स्वच्छ रखें. यह सुन कर सबने खूब तालियां बजायी. वहां उपस्थित मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी ताली बजायी. कार्यक्रम के दौरान विभिन्न अस्पतालों में कार्यरत आयुष्मान मित्र, स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी व अन्य विभागीय व प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे.