रांची/हटिया: राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के कार्यक्रम पदाधिकारियों की निफ्ट हटिया में चल रही पांच दिवसीय (चार से आठ) कार्यशाला का उदघाटन मंगलवार को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ हेमलता एस मोहन ने किया. जेंडर इक्विटी विषय पर केंद्रित कार्यशाला का उदघाटन करते हुए डॉ हेमलता ने कहा कि लिंग असमानता की शुरुआत घर से ही होती है.
हमें इस माहौल में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि जब तक व्यक्ति की सोच व मानसिकता में बदलाव नहीं होगा, समाज को बदलना मुश्किल है. इसके लिए जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है. इसमें एनएसएस की भूमिका अहम हो सकती है.
निफ्ट के निदेशक प्रो संजय कुमार ने कहा कि लिंग समानता को व्यावहारिक धरातल पर लाने के लिए एनएसएस की भूमिका महत्वपूर्ण है.
राज्य के कला, संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के निदेशक अशोक कुमार ने नारी की स्थिति एवं उसकी दशा-दिशा पर बल देते हुए कार्यशाला की उपयोगिता पर प्रकाश डाला. राजीव गांधी नेशनल इंस्टीटय़ूट ऑफ यूथ डेवलपमेंट, श्रीपेरंबदुर (तमिलनाडु), एनएसएस क्षेत्रीय केंद्र पटना तथा रांची विवि के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यशाला में झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, बंगाल व ओड़िशा के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं.
आगंतुकों का स्वागत व विषय प्रवेश एनएसएस क्षेत्रीय केंद्र पटना के यूथ ऑफिसर दीपक कुमार ने किया. संचालन डॉ कमल कुमार बोस ने किया. द्वितीय सत्र में डॉ किरण निशांत ने जेंडर रोल एवं फेमिनिटी विषय पर विचार रखे. मौके पर रांची विवि एनएसएस को-ऑर्डिनेटर डॉ पीके झा मौजूद थे.