रिम्स में परिजन की पिटाई का वीडियो हुआ वायरल, वीडियो में थप्पड़ मारते दिख रहा है जूनियर डॉक्टर
रांची : रिम्स के शिशु विभाग में भर्ती नौ माह के बच्चे की शुक्रवार को मौत हो गयी थी़ इसके बाद बच्चे की मां परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए डॉक्टर को कुछ अपशब्द कह दिया था़ इसके बाद डॉक्टरों ने परिजनों के साथ मारपीट की थी़ जूनियर डॉक्टरों द्वारा परिजनों के […]
रांची : रिम्स के शिशु विभाग में भर्ती नौ माह के बच्चे की शुक्रवार को मौत हो गयी थी़ इसके बाद बच्चे की मां परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए डॉक्टर को कुछ अपशब्द कह दिया था़ इसके बाद डॉक्टरों ने परिजनों के साथ मारपीट की थी़ जूनियर डॉक्टरों द्वारा परिजनों के साथ की गयी मारपीट का वीडियो शनिवार को वायरल हुआ. वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि पैथोलॉजी विभाग का पीजी डॉक्टर चंद्रभूषण परिजन काे थप्पड़ मार रहा है.
यह वीडियो शिशु विभाग में मारपीट के बाद किसी तरह अपने को बचाकर इमरजेंसी के पास स्थित पुलिस पीकेट में पहुंचे परिजन का है. वीडियो में परिजन को पीटते समय रिम्स के सुरक्षा कर्मी भी वहां मौजूद दिख रहे हैं. रिम्स निदेशक के पास भी वीडियो उपलब्ध है.
रिम्स निदेशक डॉ दिनेश कुमार सिंह ने कहा है कि उनके पास भी वीडियो आया है.
इसमें पीजी स्टूडेंट चंद्रभूषण परिजन को थप्पड़ मारते हुए दिख रहा है. सीसीटीवी कैमरा की जांच भी हो रही है. मामले की जांच चल रही है. मंगलवार को जांच रिपोर्ट मेरे पास आयेगी. इसके बाद कार्रवाई की जायेगी. इधर, रिम्स जूनियर डाॅक्टर्स एसोसिएशन (जेडीए) ने भी कहा है कि परिजन व मीडियाकर्मी के साथ मारपीट का हम विरोध करते हैं.
मारपीट में जिन विद्यार्थियों का नाम आयेगा उस पर कार्रवाई होगी : डॉ पंकज गोयल
इधर, रिम्स डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ पंकज कुमार गोयल ने कहा है कि मारपीट में डेंटल कॉलेज के द्वितीय वर्ष के कुछ विद्यार्थियों का नाम भी आया है. एेसे में कॉलेज की यह जिम्मेदारी है कि उनके विद्यार्थी अनुशासन में रहें. उन्होंने कहा कि यह आदेश जारी किया गया है कि जिन विद्यार्थियों का नाम मारपीट में आयेगा, उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी.
रिम्स की बेहतरी के लिए लेना होगा ठोस फैसला : निदेशक
रांची. रिम्स निदेशक डॉ दिनेश कुमार सिंह ने कहा है रिम्स में योगदान दिये दो माह हो गये. इस दौरान उन्होंने अस्पताल परिसर का भ्रमण किया व विभागों का जायजा लिया. अब समय आ गया है कि रिम्स की बेहतरी के लिए ठोस फैसला लिया जाये. उन्होंने कहा कि रिम्स को बेहतर बनाने के लिए बहुत सारी संभावनाएं हैं.
डॉक्टर व कर्मचारी की कार्यप्रणाली में जल्द से जल्द बदलाव लाना होगा. मरीज को बेहतर सेवा मिले, इस पर रिम्स प्रबंधन व डॉक्टरों को सोचना होगा. ऐसी कई सुविधाएं व सेवाएं हैं, जिसे रिम्स मेें शुरू की जा सकती हैं. निदेशक ने कहा कि रिम्स के डॉक्टर व कर्मचारी अगर अपना आठ घंटा सही से रिम्स को दें, तो काफी हद तक यहां की व्यवस्था को पटरी पर लाया जा सकता है.