रांची : राज्य सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों व मध्याह्न भोजन में बच्चों को मिलने वाले अंडे की आपूर्ति के लिए राज्य की महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को तैयार करेगी. पॉल्ट्री के जरिये अंडा उत्पादन के लिए महिला एसएचजी को चार-चार लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जायेगी. उक्त बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कही. वे शनिवार को उज्ज्वला योजना के तहत खेलगांव में आयोजित गैस कनेक्शन व चूल्हा वितरण कार्यक्रम में बोल रहे थे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सोच है कि अगर देश को आगे लाना है, तो महिलाओं को आगे लाना होगा. उज्ज्वला योजना के तहत जाति-धर्म से ऊपर उठ कर गरीब महिलाओं को केंद्र सरकार नि:शुल्क गैस कनेक्शन दे रही है. वहीं राज्य सरकार 1600 रुपये का चूल्हा तथा पहली बार गैस फिलिंग का खर्च उठा रही है. किसी अन्य राज्य में यह नहीं हो रहा है.
झारखंड में कुल 68 लाख परिवार हैं. पहले इनमें से 16.5 लाख परिवार के पास गैस कनेक्शन था. वर्तमान में करीब 50 लाख परिवारों को गैस कनेक्शन व चूल्हा मिल गया है. नवंबर 2019 तक (उन चार लाख परिवार को छोड़ कर जो सक्षम हैं) हम 64 लाख परिवारों को उज्ज्वला योजना से जोड़ लेंगे. महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए ही शौचालय निर्माण की योजना बनी.
आज राज्य के 99 फीसदी घरों में शौचालय है तथा इनका इस्तेमाल भी हो रहा है. मुख्यमंत्री सुकन्या योजना के तहत जन्म से लेकर लड़की के विवाह होने तक राज्य सरकार 70 हजार रुपये दे रही है. इससे पहले मुख्यमंत्री ने उज्ज्वला योजना की पांच लाभुक महिलाओं को सांकेतिक तौर पर गैस सिलिंडर व चूल्हे दिये. पहले से योजना का लाभ ले रही दो महिलाओं ने अपने अनुभव बताये कि कैसे गैस सिलिंडर व चूल्हा मिलने पर उनका जीवन सुखमय हो गया है.