रांची : सिर्फ रैली, जुलूस का हिस्सा नहीं बनेंगी महिलाएं, टिकट भी देना होगा : वासवी
रांची : इंडिजिनस वीमेन इंडिया नेटवर्क ने आगामी चुनावों के मद्देनजर महिला घोषणा पत्र जारी किया़ साेमवार को मेपल वुड में इसे जारी करते हुए डॉ वासवी किड़ो ने कहा कि महिलाओं को सिर्फ रैली, जुलूस का हिस्सा बनाया जाता है़ उनके माध्यम से भीड़ दिखायी जाती है, पर उन्हें वाजिब हिस्सेदारी नहीं दी जाती […]
रांची : इंडिजिनस वीमेन इंडिया नेटवर्क ने आगामी चुनावों के मद्देनजर महिला घोषणा पत्र जारी किया़ साेमवार को मेपल वुड में इसे जारी करते हुए डॉ वासवी किड़ो ने कहा कि महिलाओं को सिर्फ रैली, जुलूस का हिस्सा बनाया जाता है़ उनके माध्यम से भीड़ दिखायी जाती है, पर उन्हें वाजिब हिस्सेदारी नहीं दी जाती है. राजनीतिक पार्टियां महिलाओं के लिए विभिन्न पदों की 50 फीसदी सीटें आरक्षित करे़ं
चुनावों में टिकट भी दे़ं वहीं, अन्य सदस्यों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश से महिलाएं भी जंगलों से बेदखल होंगी, पर हम ऐसा नहीं होने देंगे़ इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष डॉ अजय कुमार को महिला घोषणा पत्र की प्रति दी गयी़ कार्यक्रम में आलोका, सुषमा बिरुली, राइमनी मुंडा, रोजालिया तिर्की,अायुष्का अंजीव व शिवचरण माल्टोभी मौजूद थे़
क्या है घोषणा पत्र में : महिला घोषणा पत्र में राजनीति, आजीविका, जेंडर बजट, महिला स्वास्थ्य व सामाजिक समस्याओं से जुड़े विषय शामिल किये गये है़ं
इसमें कहा गया है कि विधानसभा व संसद में महिला आरक्षण विधेयक पारित हो. राजनीतिक दल अपने विभिन्न पदों पर 50 प्रतिशत पद आरक्षित करे़ं सरकारी व प्राइवेट नौकरियों में महिलाओं को अवसर दिये जाये़ं न् यायपालिका में भागीदारी सुनिश्चित हो. निर्भया फंड के तहत खर्च राशि को सार्वजनिक करें तथा इस फंड की स्वतंत्र एजेंसी से जांच हो.
इस फंड से रांची में भी सेफ सिटी कैंपेन व सुविधाएं दी जाये़ं कुपोषण, एनिमिया व मलेरिया को समाप्त करने के लिए बजट प्रावधान किया जाये़ आदिवासी लड़कियों की शिक्षा पर विशेष बल दिया जाये़ आदिवासी इलाकों में एक अंतरराष्ट्रीय भाषा, एक राष्ट्रीय भाषा और मातृभाषा मुंडारी, संताली, कुड़ुख, खड़िया, हो आदि में शिक्षा दी जाये सहित अन्य मांगें की गयी है.