लोकसभा चुनाव 2019 : मतदान केंद्रों पर नहीं होगा सुविधाओं का अभाव, मतदानकर्मियों को भी कड़ी सुरक्षा
रांची : झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एल ख्यांगते ने आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए विभाग द्वारा की जा रही तैयारियों के संबंध में पत्रकारों को जानकारी दी और चुनाव से जुड़े विभिन्न आंकड़ों को उपलब्ध कराया. श्री खियांग्ते ने बताया कि 30 जनवरी […]
रांची : झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एल ख्यांगते ने आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए विभाग द्वारा की जा रही तैयारियों के संबंध में पत्रकारों को जानकारी दी और चुनाव से जुड़े विभिन्न आंकड़ों को उपलब्ध कराया. श्री खियांग्ते ने बताया कि 30 जनवरी 2019 को विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2019 के उपरांत राज्य में मतदाताओं की कुल संख्या 2,19,81,479 है. इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,15,07,697, महिला मतदाताओं की संख्या 1,04,73,475, जबकि थर्ड जेंडर के मतदाताओं की कुल संख्या 307 है.
राज्य में कुल 14 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं, जिनमें आठ सामान्य लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं. जबकि, अनुसूचित जाति के लिए एक और अनुसूचित जनजाति के लिए पांच निर्वाचन क्षेत्र आरक्षित हैं. राज्य में मतदान केन्द्रों की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि नगरीय क्षेत्र में कुल 4404 मतदान केन्द्र हैं. जबकि, ग्रामीण क्षेत्रों में 25060 मतदान केन्द्र हैं. इस तरह ग्रामीण क्षेत्रों में 85.05 प्रतिशत जबकि नगरीय क्षेत्रों में 14.95 प्रतिशत मतदान केन्द्र मौजूद हैं.
राज्य में निर्वाचन कार्य में संलग्न बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) की कुल संख्या 29464 है. राज्य के कुल 29464 मतदान केन्द्रों में 85.24 प्रतिशत मतदान केन्द्रों में रैम्प की सुविधा उपलब्ध है. 72.14 प्रतिशत मतदान केन्द्रों में बिजली की व्यवस्था है. जबकि, शेष में पर्याप्त रूप में प्राकृतिक रौशनी उपलब्ध है. 95.24 प्रतिशत मतदान केन्द्रों में पेयजल की सुविधा उपलब्ध है. 94.90 प्रतिशत मतदान केन्द्र शौचालय सुविधा से युक्त हैं. जबकि, 89.30 प्रतिशत मतदान केन्द्रों में प्रतिक्षाकक्ष/शेड की व्यवस्था है.
प्रेसवार्ता के दौरान श्री खियांग्ते ने कहा कि मतदान सूची को अद्यतन व संशोधित करने का अभियान निरंतर जारी है. अबतक एक से अधिक प्रविष्टि के 13314 मामले पाये गये. जिसमें 1107 का सत्यापन कर लिया गया है. अभी तक मतदाता सूची में Logical Error के 27,322 मामले सामने आये हैं. जिसमें 6407 में सुधार कर लिया गया है. मतदाता फोटोयुक्त पहचान पत्र की कुल 4,13,056 प्रतियों को विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के दौरान जारी किया गया है.
दिव्यांगजनों के लिए विशेष व्यवस्था
दिव्यांगजनों को अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकने एवं मतदान केंद्रों तक पहुंच को सुगम बनाने हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा कई उपाय किये गये हैं. दृष्टि बाधित मतदाताओं के लिए ब्रेल लिपि में वोटर स्लिप उपलब्ध कराया जायेगा तथा बैलट यूनिट में उम्मीदवारों के नाम एवं चुनाव चिन्ह ब्रेल लिपि में अंकित रहेंगे.
चुनावी साक्षरता हेतु सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से श्रव्य-दृष्य सामग्री तैयार की गयी है. गांव-गांव में निर्वाचन कर्मियों के दल द्वारा लोगों के बीच ईवीएम वीवीपैट से मतदान की प्रक्रिया का प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रेसवार्ता में विनय चौबे अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि इस बार के लोकसभा निर्वाचन में पारदर्शी, स्वच्छ एवं सुगम निर्वाचन को सुनिश्चित करने के लिए वोटर हेल्पलाईन नंबर 1950, सुगम वाहन प्रबंधन प्रणाली, सुविधा आदि एप्लीकेशन विकसित किये गये हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि इस बार के निर्वाचन में पहली बार ईवीएम एवं मतदानकर्मियों के आवागमन हेतु प्रयुक्त वाहनों की ट्रैकिंग भी की जायेगी. चिन्हित संवेदनशील मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग के माध्यम से मतदान प्रक्रिया पर नजर रखी जायेगी. मनीष रंजन, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा प्रेसवार्ता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि स्वच्छ एवं पारदर्शी निर्वाचन को सुनिश्चित करने की दिशा में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा C-VIGL मोबाईल ऐप विकसित किया गया है.
जिसके माध्यम से कोई भी नागरिक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से संबंधित फोटो या वीडियो अपलोड करते हुए तुरंत निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों को प्रेषित कर सकते हैं. संबंधित अधिकारियों द्वारा 100 मिनट के अंदर इस तरह की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की जायेगी. C-VIGL के माध्यम से षिकायतकर्ता अपनी पहचान गुप्त रखते हुए अथवा पहचान के साथ शिकायत दर्ज करा सकते हैं. अंत में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा मतदाताओं के बीच चुनावी साक्षरता बढ़ाने तथा स्वच्छ, पारदर्शी व निष्पक्ष चुनाव को सुनिश्चित करने में मीडियाकर्मियों से सहयोग की अपेक्षा करते हुए प्रेसवार्ता समाप्त की गयी.