रांची : संत जेवियर से पढ़े हैं एयर चीफ मार्शल धनोआ, पिता देवघर में एसडीओ थे
1957 में एयर चीफ मार्शल वीएस धनोआ का हुआ था जन्म, उस वक्त उनके पिता देवघर में एसडीओ के रूप में थे पदस्थापित देवघर/रांची : पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों का बदला लेने के लिए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में किये गये एयर स्ट्राइक के हीरो भारतीय वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीरेंद्र […]
1957 में एयर चीफ मार्शल वीएस धनोआ का हुआ था जन्म, उस वक्त उनके पिता देवघर में एसडीओ के रूप में थे पदस्थापित
देवघर/रांची : पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों का बदला लेने के लिए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में किये गये एयर स्ट्राइक के हीरो भारतीय वायु सेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीरेंद्र सिंह धनोआ का जन्म 07 सितंबर 1957 में देवघर में हुआ था.
वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध में भी वीएस धनोआ जमीनी हमले में अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर थे. श्री धनोआ के बचपन का बड़ा हिस्सा झारखंड-बिहार में गुजरा है. उन्होंने रांची के संत जेवियर स्कूल में तीन वर्षों तक पढ़ाई की है. पूर्व में मीडिया से बात करते हुए श्री धनोआ झारखंड, विशेष रूप से रांची से अपना खास जुड़ाव जाहिर कर चुके हैं.आज इस ऑफिसर पर देवघर के लोगों को नाज है.
इनके पिता आइएएस अधिकारी सारायण सिंह धनाेआ वर्ष 1957 में तत्कालीन दुमका जिले के देवघर में सिविल एसडीओ के रूप में सेवा दे चुके हैं. जुलाई 1964 से जुलाई 1967 तक वह रांची उपायुक्त के रूप में भी पदस्थापित रहे थे. वहीं, 1980 के दशक में एकीकृत बिहार सरकार में मुख्य सचिव के रूप में सेवा दे चुके हैं. इसके बाद पंजाब प्रांत में गवर्नर के सलाहकार के रूप में काम किया. द्वितीय विश्व युद्ध में ब्रिटिश भारतीय सेना के कप्तान के रूप में दादा कैप्टन संत सिंह ने प्रतिनिधित्व किया था. एयर चीफ मार्शल धनोआ ने 31.12.2016 में पूर्व एयर चीफ मार्शल अरुप राहा की जगह ली थी.
भारतीय वायुसेना में वर्ष 1978 में आये
एयर चीफ मार्शल धनाेआ भारतीय वायु सेना के लड़ाकू दल में जून 1978 में शामिल किये गये थे. जेट विमानों के साथ-साथ कई लड़ाकू विमानों को भी उड़ाया. एयर चीफ मार्शल ने मिग-21, मिग-29, एसइपीइसीएटी जगुआर, सुखोई-30 एमकेआइ, एचजेटी-16 किरण विमान उड़ाने का लंबा अनुभव है.
उत्कृष्ट सेवा के लिए कई पदक मिले
श्री धनोआ को उत्कृष्ट सेवा के लिए कई पदक मिल चुके हैं. अब तक इन्होंने परम विशिष्ट सेवा मेडल, सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, वायु सेना मेडल हासिल की है.
राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से स्नातक किया
वीरेंद्र सिंह धनाेआ भारतीय राष्ट्रीय सैन्य महाविद्यालय देहरादून के पूर्व छात्र हैं. इन्होंने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से स्नातक की डिग्री ली. वेलिंगटन से वर्ष 1992 में रक्षा सेवाओं के स्टाफ कॉलेज से स्टाफ कोर्स भी कर चुके हैं. विदेशी धरती पर भारतीय वायुसेना प्रशिक्षण दल का लीडर होने के साथ उन्होंने डिफेंस सर्विसेज स्टॉफ कॉलेज वेलिंगटन में वरिष्ठ वायु प्रशिक्षक व मुख्य वायु प्रशिक्षक के रूप में काम किया है.
अॉपरेशन में गौबा ने भी निभायी अहम भूमिका
पीओके पर किये गये हमले में अहम भूमिका निभाने वाले केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा के हाथों में देश की आंतरिक सुरक्षा की कमान है. गृह सचिव के रूप में वह कैबिनेट सुरक्षा समिति के सदस्य हैं. श्री गौबा झारखंड कैडर के आइएएस अधिकारी हैं. रघुवर सरकार में वह राज्य के मुख्य सचिव थे. श्री गौबा का जन्म पटना, बिहार में हुआ था.
उन्होंने अपनी पढ़ाई-लिखाई पटना से ही पूरी की है. वह गृह सचिव बनने के पहले भी केंद्र सरकार में महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं. वह गृह मंत्रालय में विशेष सचिव और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री के सचिव के रूप में पदस्थापित थे. श्री गौबा ने पूर्व रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के आप्त सचिव के रूप में भी काम किया था.