रांची : डेढ़ साल में बनकर तैयार हो जायेगी करमा-रामपुर सड़क
रांची : रांची बाइपास सेक्शन यानी एनएच-33 पर करमा (विकास) से टाटीसिलवे होते हुए रामपुर तक की सड़क का टेंडर फाइनल हो गया है. इस सड़क का काम बंगाल की कंपनी भारत वाणिज्य इस्टर्न प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है. फिलहाल यह कंपनी कचहरी से बिजुपाड़ा फोर लेन योजना (एनएच-75) का काम कर रही है. […]
रांची : रांची बाइपास सेक्शन यानी एनएच-33 पर करमा (विकास) से टाटीसिलवे होते हुए रामपुर तक की सड़क का टेंडर फाइनल हो गया है.
इस सड़क का काम बंगाल की कंपनी भारत वाणिज्य इस्टर्न प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है. फिलहाल यह कंपनी कचहरी से बिजुपाड़ा फोर लेन योजना (एनएच-75) का काम कर रही है. इस योजना का एस्टिमेट 413 करोड़ रुपये तय किया गया था. पहली बार टेंडर में कंपनियों के भाग नहीं लेने की वजह से दोबारा टेंडर करना पड़ा था. इस बार टेंडर में कई कंपनियों ने भाग लिया. इसके बाद इस कंपनी को टेंडर आवंटित किया गया. एनएचएआइ के माध्यम से इस मार्ग का निर्माण हो रहा है.
पहले रिंग रोड का हिस्सा थी यह सड़क : पहले यह सड़क रांची रिंग रोड फेज-1 और फेज-2 का हिस्सा थी. लेकिन, राज्य सरकार ने एनएचएआइ से आग्रह किया था कि इस पार्ट को वह अपने अधीन लेकर रांची-जमशेदपुर-महुलिया फोर लेन योजना में शामिल कर ले. इसके बाद इसे एनएचएआइ ने अपने अधीन ले लिया था, लेकिन रांची-जमशेदपुर-महुलिया फोर लेन योजना पूरी नहीं होने की स्थिति में इसका काम भी लटक गया था. अब एनएचएआइ इस सड़क को चार हिस्से में बांट कर इसका निर्माण करायेगा. इसके तहत पहले पार्ट करमा से टाटीसिलवे होते हुए रामपुर तक का टेंडर निकाला गया था.