रांची : लगाया आरोप, एसडीपीओ ने छह लाख लेने के बाद भी वाहनों को नहीं छोड़ा
रांची : बड़कागांव एसडीपीओ अनिल सिंह की शिकायत हजारीबाग रेंज डीआइजी से की गयी है. शिकायत दीपू नायक ने की है.कहा है कि 14 फरवरी को एसडीपीओ ने दीपक महतो को भेजकर मेरी जेसीबी मंगवायी. जेसीबी लेकर चालक के साथ बहबलपुर पहुंचा. वहां पर पहले से एसडीपीओ पुलिस वालों के साथ मौजूद थे. वहां पर […]
रांची : बड़कागांव एसडीपीओ अनिल सिंह की शिकायत हजारीबाग रेंज डीआइजी से की गयी है. शिकायत दीपू नायक ने की है.कहा है कि 14 फरवरी को एसडीपीओ ने दीपक महतो को भेजकर मेरी जेसीबी मंगवायी. जेसीबी लेकर चालक के साथ बहबलपुर पहुंचा. वहां पर पहले से एसडीपीओ पुलिस वालों के साथ मौजूद थे. वहां पर एक हाइवा भी लगी थी. कुछ देर बाद पुलिसवाले वहां आठ खाली हाइवा पकड़कर लाये. एसडीपीओ के कहने पर सड़क पर पहले से पड़ा हुआ दो-दो बकेट बालू सभी हाइवा में डाल दिया गया. इसके बाद एसडीपीओ जेसीबी व नौ हाइवा को पकड़कर बड़कागांव थाने ले जाने लगे. तब मैंने कहा कि आपके अनुसार मैंने काम किया है, इसलिए मेरी जेसीबी छोड़ दीजिये.
इस पर उन्होंने कहा कि सारा खेल तुम्हीं करते हो, थाने चलो़ जांच के बाद जेसीबी छोड़ी जायेगी. रात में एसडीपीओ ने अपने हजारीबाग आवास पर बुलाया. कुछ देर बाद नौ हाइवा के मालिक भी वहां पर आये. तब चंदन सिंह नामक व्यक्ति ने कहा कि 10 लाख रुपये देना होगा, नहीं तो सब जेल जाओगे. वाहन भी नहीं छूटेगा.
बाद में एसडीपीओ द्वारा भी 10 लाख रुपये की मांग की गयी, नहीं तो जेल भेजने की धमकी दी गयी. काफी गुजारिश के बाद छह लाख रुपये में एसडीपीओ वाहनों को छोड़ने को तैयार हुए. एसडीपीओ के हाथ में छह लाख रुपये सभी ने मिलकर दिया. फिर भी उन्होंने वाहन नहीं छोड़ा. अगले दिन 15 फरवरी को एसडीपीओ से मिलने पर बताया कि मामला आगे बढ़ गया है, पत्रकारों को सब पता चल गया है.
इसलिए तुमलोग जिला खनन पदाधिकारी के दफ्तर जाओ. वहां पर थाना से रिपोर्ट चली जायेगी. वहीं से वाहन रीलिज करा लेना़ लेकिन 22 फरवरी को बड़कागांव थाने में सभी वाहनों पर अवैध बालू खनन और परिचालन को लेकर प्राथमिकी दर्ज कर दी गयी. मामले में एसडीपीओ से संपर्क की कोशिश की गयी, लेकिन संपर्क नहीं हुआ.