रांची : चंदन सिंह के जरिये एसडीपीओ ने लिये पैसे, फिर भी नहीं छोड़ा वाहन
जेसीबी के मालिक व चालक ने डीआइजी व एसपी के समक्ष कहा रांची : अवैध बालू के आरोप में बड़कागांव एसडीपीओ अनिल सिंह द्वारा 14 फरवरी को पकड़े गये नौ हाइवा और एक जेसीबी के मामले की जांच शुरू हो गयी है. इस मामले में हजारीबाग रेंज डीआइजी पंकज कंबोज और एसपी कन्हैया मयूर पटेल […]
जेसीबी के मालिक व चालक ने डीआइजी व एसपी के समक्ष कहा
रांची : अवैध बालू के आरोप में बड़कागांव एसडीपीओ अनिल सिंह द्वारा 14 फरवरी को पकड़े गये नौ हाइवा और एक जेसीबी के मामले की जांच शुरू हो गयी है.
इस मामले में हजारीबाग रेंज डीआइजी पंकज कंबोज और एसपी कन्हैया मयूर पटेल के समक्ष बुधवार को हजारीबाग में जेसीबी के मालिक दीपू नायक और चालक संतोष कुमार ने अपना बयान दर्ज कराया. सूत्रों के अनुसार मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले में बड़कागांव थाने में दर्ज केस का सुपरविजन एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह द्वारा किये जाने पर डीआइजी ने रोक लगाने का निर्देश एसपी को दिया है.
दीपू नायक ने बताया कि 14 फरवरी की सुबह छह बजे एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह ने हमलोगों को जेसीबी के साथ बहबलपुर बुलाया. फिर जबरन खाली डंपरों में बालू लोड करवाये. मारपीट भी की.
मुझे और चालक को लाठी से मारा गया. फिर मेरा जेसीबी थाने ले गये. चालक को भी पकड़ लिया. उसी दिन पैसा देने पर उन्होंने चालक को छोड़ा. फिर सभी हाइवा मालिक और मैंने जेसीबी छोड़ने के एवज में मिलकर छह लाख रुपये चंदन सिंह नामक व्यक्ति के माध्यम से उन्हें दिया. लेकिन उन्होंने वाहन नहीं छोड़ा. उल्टे मामला मीडिया में आने पर 22 फरवरी को बड़कागांव थाने में केस भी दर्ज
करा दिया.
600 रुपये लेकर एसडीपीओ ने छोड़ा : चालक
जेसीबी के चालक संतोष कुमार ने अपने बयान में कहा कि जबरन मारपीट कर हाइवा में एसडीपीओ ने बालू लोड करवाया. फिर पकड़कर थाने ले गये. वहां पर 600 रुपये लेने के बाद शाम में उन्होंने मुझे छोड़ा.