नक्सली बड़ा विकास ने लेवी के 26.50 लाख रुपये निवेश किये

रांची : पुलिस मुख्यालय में सरेंडर करनेवाले नक्सली बड़ा विकास ने लेवी के 26.50 लाख रुपये निवेश किये हैं. उसने 14 जुलाई 2016 को देसी राइफल के साथ सरेंडर किया था. विकास द्वारा लेवी में वसूले गये पैसे को निवेश करने का खुलासा नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए ) की डीआइजी केवी वंदना द्वारा तैयार रिपोर्ट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 9, 2019 2:20 AM
रांची : पुलिस मुख्यालय में सरेंडर करनेवाले नक्सली बड़ा विकास ने लेवी के 26.50 लाख रुपये निवेश किये हैं. उसने 14 जुलाई 2016 को देसी राइफल के साथ सरेंडर किया था. विकास द्वारा लेवी में वसूले गये पैसे को निवेश करने का खुलासा नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए ) की डीआइजी केवी वंदना द्वारा तैयार रिपोर्ट से होती है.
रिपोर्ट के अनुसार उसने लेवी के रुपये विकास म्यूटुअल बेनीफिट निधि लिमिटेड और पेट्रोन मिनरल एंड मेटल लिमिटेड नामक कंपनी में किये हैं. इस कंपनी का ऑफिस हेसल देवी मंडप रोड संदीप टावर के द्वितीय माले पर स्थित था. इसके अलावा एक ऑफिस बेड़ो, कोलकाता और इलाहाबाद में था.
बेड़ो और हेहल के ऑफिस में पूर्व में एनआइए छापेमारी कर कई दस्तावेज जांच के लिए बरामद कर चुकी थी. इसके अलावा संबंधित कंपनी में 1.80 लाख रुपये नक्सली छोटू खैरवार द्वारा भी जमा किये जाने की पुष्टि हुई है. इसके अलावा नक्सलियों के रिश्तेदारों द्वारा भी रुपये निवेश किये जाने की पुष्टि हुई है.
जिस कंपनी में नक्सलियों ने पैसे लगाये, उस कंपनी की गतिविधियों पर एनआइए को संदेह : उल्लेखनीय है कि भाकपा माओवादियों के नक्सलियों द्वारा लेवी वसूली करने और निवेश किये जाने को लेकर बालूमाथ थाना में 2016 को केस दर्ज हुआ था.
केस चंदन कुमार, छोटू खैरवार, संतोष उरांव, छोटू खैरवार की पत्नी ललिता देवी के खिलाफ दर्ज हुआ था. बाद में भारत सरकार के निर्देश पर इस केस का अनुसंधान एनआइए ने शुरू किया. आरंभिक जांच के बाद एनआइए मामले में छोटू खैरवार, संतोष, रोशन उरांव और ललिता देवी के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है.
जांच के दौरान एनआइए के अधिकारियों को नक्सलियों द्वारा जिस कंपनी में रुपये निवेश किये गये हैं, उस कंपनी में वित्तीय अनियमितता की जानकारी भी मिली है. कंपनी की ओर से छह साल में रुपये दोगुना करने के नाम पर लोगों से निवेश कराया जाता है.

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