रांची : नगर निगम के सफाईकर्मी अधिकारियों के घरों में धो रहे बरतन, बना रहे खाना

शहर की सफाई व्यवस्था के लिए नये सिरे से तैयार किया जा रहा खाका रांची : राजधानी रांची की सफाई व्यवस्था संभाल रही कंपनी एस्सेल इंफ्रा का इस शहर से जाना लगभग तय हो चुका है. रांची नगर निगम ने इस कंपनी के टर्मिनेशन का प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जो नगर निगम बोर्ड की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 12, 2019 9:21 AM
शहर की सफाई व्यवस्था के लिए नये सिरे से तैयार किया जा रहा खाका
रांची : राजधानी रांची की सफाई व्यवस्था संभाल रही कंपनी एस्सेल इंफ्रा का इस शहर से जाना लगभग तय हो चुका है. रांची नगर निगम ने इस कंपनी के टर्मिनेशन का प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जो नगर निगम बोर्ड की बैठक में पारित भी हो चुका है. जल्द ही यह प्रस्ताव सरकार के पास भी भेज दिया जायेगा. कंपनी के हटने के बाद रांची एमएसडब्ल्यू (रांची नगर निगम और एस्सेल इंफ्रा का ज्वाइंट वेंचर) का अस्तित्व समाप्त हो जायेगा. ऐसे में राजधानी की व्यवस्था सुचारु रूप से चलती रहे, इसके लिए रांची नगर निगम ने अभी से ही तैयारी भी शुरू कर दी है.
सोमवार को रांची नगर निगम के पदाधिकारियों और अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक में शहर के सभी 53 वार्डों के हिसाब से कचरा उठानेवाले वाहनों और सफाईकर्मियों की संख्या की सूची तैयार की गयी.
साथ ही निर्णय लिया गया कि कंपनी के टर्मिनेशन के बाद नगर निगम सभी कचरा उठानेवाले वाहनों और कचरा ट्रांसफर स्टेशन को अपने अधिकार में ले लेगा. इसके अलावा कंपनी के 900 से अधिक सफाईकर्मियों को भी नगर निगम में समायोजित कर लिया जायेगा. नगर निगम अधिकारियों का कहना था कि एस्सेल इंफ्रा के बाहर होने के बाद नगर निगम को सफाईकर्मियों की जरूरत पड़ेगी. ऐसे में कंपनी में काम कर रहे सभी सफाईकर्मियों को निगम काम पर रख लेगा.
रात में चलाया गया विशेष सफाई अभियान
हरमू एमटीएस में चल रही हड़ताल को देखते हुए नगर निगम ने सोमवार रात शहर में विशेष सफाई अभियान चलाया. इस दौरान हरमू, पुरानी रांची, अपर बाजार, किशोरगंज, पहाड़ी टोला, मधुकम, खादगढ़ा, हरमू बस्ती, गंगा नगर, विद्या नगर से कचरे का उठाव कराया गया.
रांची : नगर निगम के सफाईकर्मी अधिकारियों के घरों में धो रहे बरतन, बना रहे खाना
रांची : शहर की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए रांची नगर निगम ने 1200 से अधिक सफाईकर्मियों की लंबी चौड़ी फौज बहाल की है. इनमें काफी संख्या में रेजा भी शामिल हैं. इन महिलाओंके कार्य में प्रतिदिन शहर की प्रमुख सड़कों पर सुबह-सुबह झाड़ू लगाकर कचरे को एकत्रित करना है. लेकिन सूत्र बताते हैं कि इनमें से आधे से अधिक रेजा रांची नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारियों के घरों का काम करती हैं.
मिली जानकारी के अनुसार 1200 कर्मचारियों में से करीब 300 नगर निगम के रजिस्टर में सफाईकर्मी के रूप में सूचीबद्ध हैं. लेकिन, इन्होंने कभी शहर की सफाई की ही नहीं है. वे तो बसअपने बाबुओं के घर में बरतन धोने,खाना बनाने, बच्चों को स्कूल बस तक छोड़ने व लाने, घर में झाड़ू-पोंछा करने, कपड़े धाेने के काम में ही लगे हुई हैं. इतनी अधिक संख्या में कर्मचारियों से निजी काम कराने का नतीजा यह हो रहा है कि बाबुओं के घर की सफाई तो हो जा रही है. लेकिन शहर दिनों दिन कचरे के ढेर में तब्दील होता जा रहा है.
सिटी मैनेजर से लेकर सुपरवाइजरों तक के घर में काम करते हैं निगम के कर्मचारी
हाल ही में नगर निगम में सिटी मैनेजरों की बहाली हुई है. इन्हें कई महत्वपूर्ण काम सौंपे गये हैं. लेकिन, ये मैनेजर भी अपनी ताकत का बेजा इस्तेमाल करने लगे हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार इन मैनेजरों के घरों में भी प्रतिदिन तीन शिफ्ट में सफाई कर्मचारियों को भेजा जाता है. यहां इनके घर का सारा काम नगर निगम के कर्मचारियों से ही करवाया जाता है. सूत्र बताते हैं कि एक सिटी मैनेजर के बहन के घर में भी नगर निगम के ये सफाईकर्मी काम करते हैं. इसके अलावा जोनल सुपरवाइजर व कई वार्ड पार्षद भी बारहों महीने इन सफाईकर्मियों की सेवा मुफ्त में प्राप्त करते हैं.

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