रांची : डबल मर्डर में लोकेश का बॉडीगार्ड पकड़ाया
रांची पुलिस ने पश्चिम बंगाल में की कार्रवाई रांची : अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोक नगर रोड नंबर एक स्थित साधना न्यूज चैनल के दफ्तर में व्यवसायी महेंद्र अग्रवाल और हेमंत अग्रवाल की हुई हत्या के मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी के एक बॉडीगार्ड सुनील कुमार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. रांची पुलिस […]
रांची पुलिस ने पश्चिम बंगाल में की कार्रवाई
रांची : अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोक नगर रोड नंबर एक स्थित साधना न्यूज चैनल के दफ्तर में व्यवसायी महेंद्र अग्रवाल और हेमंत अग्रवाल की हुई हत्या के मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी के एक बॉडीगार्ड सुनील कुमार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
रांची पुलिस की टीम ने पश्चिम बंगाल में छापेमारी कर यह कार्रवाई की है. हालांकि सुनील कुमार को हिरासत में लेने या पकड़े जाने की पुष्टि पुलिस ने नहीं की है. खबर है कि शुक्रवार को पुलिस अधिकारी मामले का खुलासा कर सकते हैं.
फिलहाल, बताया जाता है कि बॉडीगार्ड का नाम सुनील कुमार है. उसके पास से एक पिस्टल भी बरामद किया गया है. पुलिस की टीम पश्चिम बंगाल से सुनील कुमार को रांची लाने के बाद उससे विस्तार से पूछताछ करेगी.
हालांकि आरंभिक पूछताछ में सुनील कुमार ने हत्याकांड से जुड़ी कई बिंदुओं पर महत्वपूर्ण जानकारी दी है. उसने यह भी बताया है कि हत्याकांड के पूर्व दोनों भाइयों का लोकेश चौधरी से विवाद हुआ था. सूत्रों के अनुसार उसने यह भी बताया है कि हत्याकांड में कौन-कौन लोग शामिल थे और इसकी वजह क्या है. पुलिस पूछताछ में तथ्यों का भी सत्यापन कर रही है.
लोकेश के साथ रहते थे दो बॉडीगार्ड :
उल्लेखनीय है कि हत्याकांड के बाद सुनील कुमार का नाम संदिग्ध के रूप में सामने आया था. क्योंकि लोकेश चौधरी के बॉडीगार्ड हथियार लेकर उसके साथ रहते थे. लोकेश के एक बॉडीगार्ड को लोग सुनील और दूसरे को तिवारी के नाम से पुकारते थे. दूसरे गार्ड का नाम भी हत्या में संदिग्ध के रूप में सामने आया था. क्याेंकि हत्याकांड के बाद यह भी बात सामने आ रही थी कि दोनों भाईयों को विवाद के बाद गोली गार्ड ने मारी थी या गार्ड से हथियार लेकर खुद लोकेश ने मारी.
लिहाजा, इस बिंदु पर भी बॉडीगार्ड से भी पूछताछ की गयी. लेकिन उसने आरंभिक पूछताछ में कोई खास जानकारी नहीं दी है. मालूम हो कि हत्याकांड को लेकर लोकेश चौधरी सहित तीन लोगों के खिलाफ अरगोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. जबकि दो अन्य लोगों का नाम संदिग्ध के रूप में सामने आया था. हत्याकांड को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी अनीश गुप्ता ने एसआइटी का गठन किया था. एसआइटी की टीम के अलावा अन्य पुलिस पदाधिकारी भी छापेमारी के लिए लगाये गये हैं.
पुलिस की टीम लगातार आरोपियों के ठिकाने पर छापेमारी कर रही है. बताया जाता है कि सुनील के पश्चिम बंगाल में छिपे होने की सूचना पर पुलिस एक टीम को वहां छापेमारी के लिए भेजा गया था. जिसके बाद रांची पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस के सहयोग से छापेमारी की है.