14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

एचइसी की वित्तीय स्थिति सुधर रही है

रांची: एचइसी की वित्तीय स्थिति सुधर रही है. इसे और आगे बढ़ाने की जरूरत है. कपंनी का नेटवर्थ भी पॉजिटिव हो गया है. भारी उद्योग मंत्रलय के संयुक्त सचिव सह एचइसी के सीएमडी विश्वजीत सहाय ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि नेटवर्थ पॉजिटिव होना एचइसी के लिए गौरव की बात है. इससे एचइसी को […]

रांची: एचइसी की वित्तीय स्थिति सुधर रही है. इसे और आगे बढ़ाने की जरूरत है. कपंनी का नेटवर्थ भी पॉजिटिव हो गया है. भारी उद्योग मंत्रलय के संयुक्त सचिव सह एचइसी के सीएमडी विश्वजीत सहाय ने यह जानकारी दी.

उन्होंने कहा कि नेटवर्थ पॉजिटिव होना एचइसी के लिए गौरव की बात है. इससे एचइसी को काफी फायदा होगा. बैंक लोन मिलने में आसानी होगी तथा निगेटिव नेटवर्थ के कारण कंपनी जिस टेंडर को नहीं भर सकती थी, उसमें सफल होगी. मालूम हो कि एचइसी के स्थापना काल से लेकर अब तक के सफर में पहली बार एचइसी का नेट वर्थ पॉजिटिव हुआ है. वर्ष 2007-08 से 2012-13 तक एचइसी लगातार सात वर्षो तक मुनाफे में रहा. इसके पूर्व भी कंपनी तीन बार मुनाफे में रही है, लेकिन नेटवर्थ निगेटिव ही रहा. कारण यह था कि एचइसी ने राज्य सरकार को करीब 2300 एकड़ जमीन दी थी. उसके एवज में एचइसी को जो धन राशि मिली थी उस पर टैक्स बकाया था. एचइसी ने टैक्स की राशि जमा कर दी है. इससे एचइसी का नेटवर्थ पॉजिटिव हो गया है.

30 माह बाद समय पर मिला वेतन : एचइसी कर्मियों को 30 माह बाद समय पर वेतन मिला. जनवरी 2012 के बाद पहली बार एचइसी कर्मियों का जून माह का वेतन एक जुलाई को बैंक में भेज दिया गया है. इस संबंध में एचइसी के सीएमडी विश्वजीत सहाय ने कहा कि मार्केटिंग विभाग में बदलाव से यह संभव हुआ . कैश कलेक्शन बढ़ा. आगे भी प्रयास होगा कि कर्मियों को समय पर वेतन मिले. समय पर वेतन मिलने से कर्मियों में खुशी है.

253 करोड़ की मिलेगी बैंक गारंटी : एचइसी को पूर्व की तरह 253 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी मिलेगी. सीएमडी ने कहा कि एचइसी ने बैंक गारंटी 253 से 453 करोड़ रुपया बढ़ाने के लिए भारी उद्योग मंत्रलय को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन वित्त मंत्रलय बैंक गारंटी बढ़ाने को तैयार नहीं है. वित्त मंत्रलय पहले की तरह 253 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी देने पर सहमत है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें