रांची : लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के विजय रथ को रोकने के लिए देश भर में बन रहे महागठबंधन को झारखंड में उस वक्त जोर का झटका लगा, जब लालू प्रसाद यादव की पार्टी चतरा सीट के लिए अड़ गयी. पार्टी ने स्पष्ट कहा है कि कांग्रेस को महागठबंधन को बचाना है, तो चतरा सीट राजद को दे दे. यदि ऐसा नहीं हुआ, तो पार्टी राज्य की सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करने पर विचार करेगी.
पार्टी के प्रवक्ता डॉ मनोज ने prabhatkhabar.com को बताया कि सत्तारूढ़ दल को परास्त करने के लिए गठबंधन के सभी दलों को त्याग करना होगा. सिर्फ राजद ही त्याग नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा और झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) ने राजद की गैरमौजूदगी में महागठबंधन की सीटों का एलान कर दिया. सहमति पत्र पर राजद के किसी प्रतिनिधि का हस्ताक्षर नहीं है.
डॉ मनोज ने कहा कि राजद की अनदेखी करके महागठबंधन आगे नहीं बढ़ सकता. पार्टी ने पलामू और चतरा सीट की मांग की थी. दोनों लोकसभा सीटों पर पार्टी का जनाधार है. कार्यकर्ता लंबे अरसे से वहां चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं. यदि महागठबंधन में राजद की आवाज नहीं सुनी जायेगी, तो पार्टी राज्य की बाकी सीटों पर भी अपने प्रत्याशी उतारने के लिए तैयार है.
यह पूछे जाने पर कि महागठबंधन को बचाने के लिए कौन आगे आयेगा, डॉ मनोज ने कहा कि कांग्रेस को पहल करनी चाहिए. यदि कांग्रेस राजद के साथ इस विषय पर बातचीत करती है, तो मसले का हल हो सकता है. यदि ऐसा नहीं होता है, तो पार्टी आगे की रणनीति पर विचार करेगी.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि अन्नपूर्णा देवी के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के बाद गौतम सागर राणा को झाखंड राजद का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. श्री राणा मंगलवार को दिन में 11 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और पार्टी की आगे की रणनीति के बारे में जानकारी देंगे. इससे पहले, राजद ने अन्नपूर्णा देवी और जनार्दन पासवान समेत तीन लोगों को छह-छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है.