सुनील चौधरी
रांची : चुनाव इस बार जितनी जमीन पर लड़ी जा रही है, उतना है सोशल मीडिया पर भी. सोशल मीडिया यानी फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर, मैसेंजर के साथ-साथ ब्लॉग भी. भारत की सवा अरब जनसंख्या में लगभग 70 करोड़ लोगों के पास फोन हैं. इनमें से 25 करोड़ लोगों की जेब में स्मार्ट फोन है.
15.5 करोड़ लोग हर महीने फेसबुक पर आते हैं और 16 करोड़ लोग हर महीने व्हाट्सएप पर रहते हैं. इन आंकड़ों को देखें, तो ये समझना मुश्किल नहीं कि राजनीतिक पार्टियां ऑनलाइन कैंपेन या कहें कि सोशल मीडिया के इस्तेमाल को तवज्जो क्यों दे रही हैं. झारखंड के राजनीतिक दलों और नेताओं में भी इस बार सोशल मीडिया के इस्तेमाल का प्रचलन बढ़ा है.
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने जिस तरह सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया, उसे देख कर अब सारी पार्टियां अब इस लड़ाई में कूद पड़ी हैं. सोशल मीडिया के जरिये राजनीतिक दल लोगों तक पहुंचने के लिए हर तरह की कोशिश कर रहे हैं. झारखंड में भाजपा, झामुमो, झाविमो, कांग्रेस, राजद जैसे प्रमुख दल के नेता आजकल लगातार सोशल मीडिया में छाये हुए हैं. लगभग सभी दलों का अपना-अपना ट्विटर और फेसबुक एकाउंट है.
अब तक रघुवर और भाजपा आगे
भाजपा का ट्विटर एकाउंट बीजेपी फोर झारखंड है. वहीं मुख्यमंत्री रघुवर दास ट्वीट के लिए प्रसिद्ध हैं. लगातार उनका ट्वीट उनके ट्विटर एकाउंट से होता है. वहीं भाजपा के सरयू राय, राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार, अशोक कुमार, सीपी सिंह भी ट्विटर पर हैं.
फेसबुक में गोड्डा के सांसद और भाजपा नेता निशिकांत दूबे का पेज है. भाजपा के अन्य प्रमुख नेताओं में नवीन जायसवाल, विरंची नारायण, निर्भय शाहाबादी, रवींद्र राय, सुनील सिंह, पीएन सिंह, नीरा यादव, संजय सेठ, दीपक प्रकाश, प्रतुल शाहदेव, दीनदयाल बर्णवाल, व अन्य कई नेता लगातार सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं.
कांग्रेस और झाविमो भी पीछे नहीं
ट्विटर पर कांग्रेस के डॉ अजय कुमार, सुबोधकांत सहाय, झाविमो के बाबूलाल मरांडी, प्रदीप यादव भी सक्रिय हैं. बाबूलाल मरांडी का फेसबुक पेज मरांडी फोर कोडरमा भी तैयार हुआ है.
वह कोडरमा से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं प्रदीप यादव का भी फेसबुक पेज बना है. सुबोधकांत सहाय भी फेसबुक पर सक्रिय रहते हैं. कांग्रेस के तमाम प्रवक्ता भी सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं.
ट्विटर चौपाल तक आयोजित हो रहा
सोशल मीडिया का महत्व अब इतना बढ़ गया है कि परंपरागत पार्टी का तमगा लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा ने लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार-प्रसार के लिए ट्विटर चौपाल तक आयोजित कर डाला. 13 मार्च को वे राजधानी के सोहराय भवन से ट्विटर के जरिये लोगों से सीधे जुड़े.
जिसे ट्विटर चौपाल का नाम दिया गया. झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन का ट्वीट भी दिनभर में औसतन 10 से 12 के करीब होता है. हेमंत सोरेन के ट्वीट में ज्वलंत मसले को लेकर लगातार सत्ताधारी दल को घेरा जाता है.
शिबू सोरेन भी ट्विटर और फेसबुक पर
झारखंड मुक्ति मोर्चा परंपरागत कैडरों वाला दल रहा है. जहां कार्यकर्ताओं की भीड़ जमा करने के लिए नगाड़ा बजाया जाता है. आज उसी पार्टी के प्रमुख शिबू सोरेन भी चुनाव के मैदान में सोशल मीडिया से जुड़ गये हैं. शिबू सोरेन ट्विटर, फेसबुक और मैसेंजर से जुड़े हुए हैं.
वह दुमका के सांसद भी हैं और एक बार फिर दुमका से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य बताते हैं कि पार्टी के तमाम लोगों का ट्विटर और फेसबुक एकाउंट बनता जा रहा है. पर सबको पार्टी वेरीफाइ करके ही इजाजत देती है.
दलों का वार रूम भी है तैयार
झारखंड में प्रमुख दलों ने वार रूम तैयार कर लिया है. वार रूम से ही सोशल मीडिया का संचालन होता है. क्या मैटर देना है, किन मुद्दों को उठाना यह सब वार रूम से ही तय होता है. किसी नेता के बयान की काट क्या होगी, इसका डाटा भी वार रूम द्वारा तैयार किया जाता है.
किस नेता ने कब क्या बोला था और अब क्या बोल रहा है. इसका रिकार्ड भी वार रूम में रखा जाता है. जिसे समय-समय पर फेसबुक, ट्विटर पर पोस्ट किया जाता है.
भाजपा का वार रूम पहले से ही तैयार है
भाजपा का वार रूम हरमू कॉलोनी में दो स्थानों से संचालित होता है. जहां लगभग 40 युवाओं की टीम है. जो पूरी तरह कंप्यूटर और मोबाइल में दक्ष हैं. ये प्रोफेशनल्स की तरह काम करते हैं. पार्टी के ट्विटर और फेसबुक और कई व्हाट्सएप ग्रुप का संचालन यहीं से होता है.
इस बाबत पूछे जाने पर भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने इतना ही बताया कि भाजपा आरंभ से ही सोशल मीडिया पर है. हमारा ध्यान सोशल मीडिया पर हमेशा रहता है और जवाब भी दिया जाता है.
झामुमो का वार रूम बन रहा है
झामुमो का हालांकि जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक फेसबुक और ट्विटर है. पार्टी के प्रवक्ता अभिषेक कुमार पिंटु बताते हैं कि प्रदेश स्तर से लेकर जिला स्तर, पंचायत स्तर और बूथ स्तर तक वार रूम बन रहा है. अगले चार से पांच दिनों में इसे सुदृढ़ कर दिया जायेगा.
इसके लिए बाहर से किसी को नहीं लिया गया है बल्कि पार्टी के कार्यकर्ताओं को ही प्रशिक्षित कर उन्हें ही संचालन की जिम्मेवारी दी जा रही है. हालांकि सूत्रों ने बताया कि एक वार रूम हेमंत सोरेन के कांके रोड स्थित आवास में पहले से ही संचालित है.
कांग्रेस मुख्यालय में बना है वार रूम
प्रदेश कांग्रेस का वार रूम रांची स्थित प्रदेश कार्यालय में बना है. कांग्रेस मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर ने बताया कि लोकसभा में जहां भी हमारे प्रत्याशी हैं, वहां अलग से सोशल मीडिया का सेल बनाया जायेगा. इसकी तैयारी चल रही है.
झाविमो का वार रूम भी बन रहा है
झाविमो का वार रूम भी तैयार हो रहा है. झाविमो के पदाधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि मुख्यालय स्तर से लेकर लोकसभा के स्तर पर वार रूम बनाया जायेगा. हमारे पास दो सीट हैं. दोनों सीटों पर वार रूम बन रहा है. इसका अलावा गठबंधन के सहयोगियों के लिए कार्यकर्ता सोशल मीडिया के जरिये सहयोग देंगे.