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मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी ने कहा, विश्व में झारखंड का नाम अच्छे राज्यों में हो
रांची : नये मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी ने रविवार काे कहा : मेरा संकल्प है कि विश्व पटल पर झारखंड का नाम अच्छे राज्यों के रूप में हो. विकास के पैमाने पर झारखंड देश में सर्वाधिक अग्रणी राज्य बने. इसे प्राथमिकता मानते हुए वह राज्य के विकास के लिए तीव्र गति से काम करेंगे. […]
रांची : नये मुख्य सचिव डॉ डीके तिवारी ने रविवार काे कहा : मेरा संकल्प है कि विश्व पटल पर झारखंड का नाम अच्छे राज्यों के रूप में हो. विकास के पैमाने पर झारखंड देश में सर्वाधिक अग्रणी राज्य बने. इसे प्राथमिकता मानते हुए वह राज्य के विकास के लिए तीव्र गति से काम करेंगे.
उनका फोकस राज्य के राजस्व में बढ़ोतरी व मौजूद संसाधनों का बेहतर उपयोग रहेगा. डॉ तिवारी ने उक्त बातें नये मुख्य सचिव का पदभार संभालने के बाद अपने कक्ष में कही. उन्होंने सुधीर त्रिपाठी से मुख्य सचिव का प्रभार लिया.
डॉ तिवारी ने कहा : वह राजस्व वसूली के लिए उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित कराने का प्रयास करेंगे. इसके लिए वह शीघ्र ही सारे विभागाध्यक्षों व सचिवों के साथ विमर्श करेंगे.
इस पर चिंतन होगा कि राज्य का विकास और तेजी से
कैसे हो. केंद्र सरकार की तरह यहां भी तेजी से काम करायेंगे. उन्होंने कहा राज्य का विकास बेहतर तरीके से हो रहा है. इसमें और तेजी लायी जायेगी. इसे लेकर दो दिनों में सारे अफसरों को एक्शन प्वाइंट के लिए एक पत्र भेजा जायेगा.
शराब बिक्री की पॉलिसी अच्छी
डॉ तिवारी ने कहा कि पूर्णत: शराबबंदी ठीक नहीं है. अभी शराब बिक्री की जो व्यवस्था की गयी है, वह अच्छी है. नियमानुसार अच्छी व्यवस्था में यह काम हो. इस अच्छी पॉलिसी का प्रभाव दिखेगा. इससे राजस्व बढ़ कर 1200-1300 करोड़ तक पहुंच जायेगा.
अफसरों ने किया स्वागत
डॉ तिवारी के प्रभार ग्रहण करने व सुधीर त्रिपाठी को विदाई देने के मौके पर बड़ी संख्या में आइएएस अफसर व सचिवालय सेवा के अन्य अफसर मौजूद थे. उन्होंने डॉ तिवारी का बुके देकर स्वागत किया. डॉ तिवारी ने कहा कि ब्यूरोक्रेसी के सबसे बड़े पद की जिम्मेवारी उन्हें दी गयी है. इसे वह बखूबी निभायेंगे. इसके लिए मुख्यमंत्री व सरकार के प्रति उन्होंने आभार व्यक्त किया.
नागरिकों को लगे कि सरकार तक उनकी पहुंच है
डॉ तिवारी ने कहा कि ऐसी व्यवस्था की जायेगी कि हर नागरिक को लगे कि सरकार तक उनकी पहुंच है. सरकार-प्रशासन में उनकी सुनी जा रही है. उन्हें यह अनुभव हो कि सरकार के लोग सहज उपलब्ध हैं. प्रशासन या सरकार जो कर रही है, वह उनके लिए ही कर रही है.
हमें आम जनता के साथ मिल कर विकास की गति को आगे बढ़ाना है. दूरस्थ गांव के ग्रामीणों को भी लगे कि उनकी आवाज सरकार तक पहुंच रही है. ऐसे में पदाधिकारी दूरस्थ गांवों में जायें. जनता को लगे कि सरकार उनके लिए है.
अफसरों व कर्मचारियों की निष्ठा काम के प्रति हो
नये मुख्य सचिव ने कहा कि सारे अफसरों व कर्मचारियों की निष्ठा सरकार व काम के प्रति हो. उन्होंने कहा कि अनुशासन को और दुरुस्त किया जायेगा. पदाधिकारी दूरस्थ गांवों में जायें.
जो पदाधिकारी (बीडीओ-सीअो) आदि गांवों में नहीं जायेंगे, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी. हर हाल में अफसर गांवों में जायें और लोगों को समस्याअों से निजात दिलायें.
मेहनत व इच्छाशक्ति से सब कुछ संभव
डॉ तिवारी ने कहा कि मेहनत व इच्छाशक्ति से कुछ भी हासिल किया जा सकता है. काम में अनुशासन व समर्पण का भाव जरूर हो. उन्होंने इस पर फोकस करके ही हमेशा काम किया है. उन्होंने कहा कि पदाधिकारियों-कर्मचारियों को पूरे अनुशासन के साथ काम करना होगा.
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