शाबाश ! अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो फतह कर लौटे शिवशंकर

रांची : पर्वतारोही शिवशंकर ने अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी (5895 मीटर) किलिमनजारो को फतह किया. उन्होंने 19 मार्च से चढ़ाई शुरू की, जो पांचवें दिन 23 मार्च को पूरी हुई. श्री शिवशंकर ने यह जानकारी सोमवार को सैमफोर्ड हॉस्पिटल में आयोजित प्रेस वार्ता में दी. उन्होंने बताया कि उनके इस अभियान के लिए सैमफोर्ड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 2, 2019 7:53 AM
रांची : पर्वतारोही शिवशंकर ने अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी (5895 मीटर) किलिमनजारो को फतह किया. उन्होंने 19 मार्च से चढ़ाई शुरू की, जो पांचवें दिन 23 मार्च को पूरी हुई.
श्री शिवशंकर ने यह जानकारी सोमवार को सैमफोर्ड हॉस्पिटल में आयोजित प्रेस वार्ता में दी. उन्होंने बताया कि उनके इस अभियान के लिए सैमफोर्ड हॉस्पिटल ने आर्थिक मदद की है, जिसके लिए उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा अब सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों को फतह करना है.
शिवशंकर बिहार के पहले पर्वतारोही हैं. उन्होंने दावा किया कि इस अभियान में शामिल होनेवाले वे भारत से एकमात्र पर्वतारोही थे. उनके अलावा अन्य देशों के पर्वतारोही भी शामिल थे. शिवशंकर ने कहा कि उनकी इच्छा यूराेप की एलप्रस चोटी फतह करना है, जिसकी ऊंचाई 8848 फीट है.
उन्होंने बताया कि चढ़ाई के दौरान उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा. गिलमन्स प्वाइंट (5685 मीटर) पर उनका शरीर ठंडा होने लगा था, जिससे परेशानी बढ़ गयी थी. शिवशंकर को सैमफोर्ड हॉस्पिटल के निदेशक भानुप्रताप सिंह ने आठ मार्च को रांची से रवाना किया था. प्रेस वार्ता में सैमफोर्ड हॉस्पिटल के निदेशक भानु प्रताप सिंह, सीइओ डॉ धनंजय ओझा, संजीत सिंह, अतुल प्रताप, डॉ घनश्याम सिंह व जनरल मैनेजर दिवाकर मेहता मौजूद थे.
आयुष्मान भारत की सुविधा सैमफोर्ड में भी
भारत सरकार की आयुष्मान भारत योजना के तहत सैमफोर्ड हॉस्पिटल भी एनरॉल्ड हो गया है. अब यहां भी आयुष्मान भारत की सुविधा मरीजों को मिलेगी. अस्पताल के निदेशक भानु प्रताप सिंह ने बताया कि पहले चरण में 20 बेड रखे जायेंगे. यह सुविधा जल्द ही शुरू हो जायेगी.

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